भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल पिपलानी इलाके में एक निगमकर्मी ने मानसिक रूप से परेशान होकर फांसी लगाकर जान दे दी थी। उसने तीन लाख रुपये लोन स्वीकृत कराने के लिए एक व्यक्ति को बीस हजार स्र्पये दिए थे, लोन स्वीकृत न होने के बाद आरोपित उसके बीस हजार रुपये वापस नहीं कर रहा था। जिससे प्रताड़ित होकर उसने नौ माह पहले जान दे दी थी। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
पिपलानी टीआई चैन सिंह रघुवंशी के मुताबिक चांदमारी झुग्गीबस्ती में रहने वाला 22 अजय धमधेरिया नगर निगम में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी था। 7 जुलाई को उसने अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। पुलिस को उस समय मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला था। जिसमें उसने लिखा था कि उसने एक निजी बैंक से तीन लाख रुपये का लोन दिलाने के लिए प्रयाग सक्सेना नामक व्यक्ति को बीस हजार रुपए दिए थे। रकम लेने के बाद भी आरोपित ने लोन नहीं करवाया था। साथ ही वह पैसे वापस भी नहीं कर रहा था। इस बात से दुखी होकर उसने जुलाई 2020 में फांसी लगाकर जान दे दी थी।
पुलिस ने उसके पास से मिले सुसाइड नोट की लिखावट की जांच के लिए उसे पीएचक्यू भेजा था। जहां से रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने आरोपित युवक के खिलाफ केस दर्ज किया। साथ ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया। आरोपित युवक एजेंट के रूप में काम करता है, और लोगों के लोन दिलाता है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।