भोपाल। रबी विपणन वर्ष 2021-22 में चना, मसूर, सरसों की प्राईस स्पोर्ट स्कीम अंतर्गत उपार्जन प्रारंभ करने की तिथि 15 मार्च 2021 निर्धारित की गयी थी। वर्तमान में मौसम की स्थिति को देखते हुए 15 मार्च 2021 के स्थान पर 22 मार्च 2021 से उपार्जन कार्य प्रारंभ करने के लिए नियत किया गया है। कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने खाद्य, कृषि, सहकारिता आदि विभागों के अधिकारियों को तद्अनुसार व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं।
दुग्ध संग्रहण में वृद्धि से पशुपालकों को मिलेगा लाभ: भोपाल कमिश्नर
दुग्ध संघ परिवार की तरह हैं, यदि परिवार के सदस्य संगठित रहेंगे तो परिवार मजबूत और समृद्ध रहेगा । संभागायुक्त कवींद्र कियावत ने सोमवार को सीहोर जिले के आष्टा तथा पचामा में दुग्ध समितियों के पदाधिकारियों की बैठक ली और कहा कि जो सदस्य समिति छोड़कर अन्यत्र चले गये हैं उन्हें हमें वापस जोड़ना होगा। उन्होने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी पशुपालकों के परिश्रम से दुग्ध संघ आज भी चल रहा है।
संभागायुक्त श्री कियावत कहा कि सहकारिता का अर्थ ही है सबके सहयोग से सबका विकास। उन्होने कहा कि वर्तमान में भोपाल दुग्ध संघ की क्षमता 5.50 लाख लीटर है और वर्तमान में 3.65 लाख लीटर दूध का ही संग्रहण हो रहा है। यदि प्लांट की क्षमता के अनुरूप 5 लाख लीटर से अधिक दुग्ध का संग्रहण हो तो प्लांट के व्यय में कोई बढोतरी नहीं होगी। इससे दूध तथा दूध उत्पादों का विक्रय बढ़ने से जो अतिरिक्त आय होगी उससे पशुपालकों से लिये जाने वाले दूध की दर में वृद्धि की जा सकेंगी । उन्होने दुग्ध संग्रहण में 50 प्रतिशत वृद्धि करने के लिए समिति से सदस्यों को जोड़ने और एनआरएलएम की स्वहायता समूह की महिलाओं को इन गतिविधियों से आवश्यकता है। इससे एक ओर जहां दूध संग्रहण में वृद्धि होगी वहीं महिला सशक्तिकरण की दिशा में सार्थक पहल होगी।
श्री कियावत ने कहा कि पशु आहार संयंत्र द्वारा बनाया जाने वाला पशु आहार की गुणवत्ता देश के सबसे अच्छी संस्थाओं द्वारा प्रमाणित है । उन्होने कहा कि इसकी क्षमता से 20 प्रतिशत कम पशु आहार का उत्पादन हो रहा है। यदि इसकी उत्पादन क्षमता 100 प्रतिशत से अधिक कर दें तो इसकी लागत भी कम होगी और पशु आहार का दाम भी कम किया जा सकेगा । इसके लिए सभी पशुपालकों को पशु आहार दुग्ध संघ द्वारा निर्मित पशु आहार ही लेना होगा। चर्चा के दौरान सीहोर के ओम वर्मा, नरेश पाटीदार, विक्रम सिंह, महेन्द्र सिंह वर्मा, हरीश सोलंकी तथा आष्ट से हेमराज सिंह, गजराज सिंह जायसवाल, मांगीलाल, भेरूलाल पाटिल ने संभागायुक्त श्री कियावत को दुग्ध संग्रहण एवं भुगतान से संबंधित कठिनाइयों के बारे में अवगत कराया।