भोपाल। भोपाल में कोविड-19 वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने के बाद बीमार हुए होमगार्ड जवान की मौत हो गई। जेपी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने पहले उसके अस्पताल से फरार हो जाने की जानकारी दी और फिर 2 दिन बाद होमगार्ड जवान की लाश अस्पताल के बाथरूम में पड़ी मिली। इस बात को लेकर उसके परिजनों ने जमकर हंगामा किया। होमगार्ड जवान की लाश को थाने के सामने रखकर प्रदर्शन किया।
कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लगने के बाद तबीयत खराब हुई थी
पुलिस के मुताबिक पुष्पराज सिंह गौतम होमगार्ड में जवान थे। उन्हें कुछ दिन पहले ही कोरोना के टीका का दूसरा डोज लगाया गया था। इसके दो दिन बाद उन्होंने स्वास्थ्य खराब होने की शिकायत की थी। शनिवार को उन्हें जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। भर्ती के दौरान उनकी कोरोना की रैपिड एंटिजन जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसके बाद उन्हें कोरोना संदिग्ध वार्ड में भर्ती कर आरटी-पीसीआर तकनीक से जांच की खातिर सैंपल लिए गए थे लेकिन इसकी रिपोर्ट आने के पहले ही हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने बताया कि रविवार रात आठ बजे के करीब वह गायब हो गए।
बड़ा सवाल: 2 दिन बाद बाथरूम में लाश क्यों मिली
स्वजन ने खोजबीन करने के बाद सोमवार शाम को हबीबगंज थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस के मुताबिक पुष्पराज कमला नगर में रहते थे। रविवार रात में करीब साढ़े आठ बजे के बाद से वह जेपी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से अचानक गायब हो गए थे। उनका मोबाइल भी बिस्तर में ही था। 2 दिन बाद उनकी लाश अस्पताल के बाथरूम से मिली है। होमगार्ड जवान के परिवार जन लगातार यह दावा कर रहे थे कि वह अस्पताल से बाहर नहीं गए हैं। जबकि हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कहना था कि वह बिना अनुमति के अस्पताल से फरार हो गए हैं। लाश मिलने के बाद जेपी अस्पताल का मैनेजमेंट संदेह के दायरे में आ गया है। इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि उनके लापता होने के 2 दिन बाद बाथरूम में लाश क्यों मिली। क्या 2 दिन तक कोई भी बाथरूम में नहीं गया था या फिर 2 दिन बाद उनकी लाश को बाथरूम में डाल दिया गया।