भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कॉलेज में पढ़ने वाले 22 साल के एक छात्र ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मरने से पहले युवक ने अपने कमरे का दरवाजा लगाने के बाद वहां अलमारी लगा दी थी। दरवाजे और अलमारी तोड़कर ही परिवार अंदर पहुंच पाए। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचा पाए।
शाहपुरा पुलिस के अनुसार 22 साल का सरजन पिता प्रदीप रेलवे कॉलोनी शाहपुरा में रहता था। वह कॉलेज में पढ़ता था। पुलिस को निजी अस्पताल से उसकी मौत की सूचना शनिवार देर शाम मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस घर पर भी गई, लेकिन उन्हें मौके से किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिला। परिजनों की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण पुलिस उनसे भी पूछताछ नहीं कर पाई। सरजन के पिता प्राइवेट जॉब करते हैं। हालांकि पुलिस अब तक खुदकुशी के कारणों का पता नहीं लगा पाई है।
परिजनों ने बताया कि शनिवार दोपहर सरजन अपने कमरे में था। काफी देर तब उसकी कोई आवाज नहीं आने के कारण उन्होंने उसके कमरे के दरवाजे को धक्का दिया, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। उन्होंने सरजन को आवाज लगाई, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद किसी तरह वे वे दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे तो वह फंदे पर मिला। वे उसे पास के निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसने फांसी लगाने के पहले अलमारी दरवाजे पर लगा दी थी।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सरजन की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। वह अधिकाशं समय अकेला ही रहता था। वह किसी से भी बात नहीं करता था और ही किसी से घुलता मिलता था। इस कारण उसका इलाज भी चल रहा था। हालांकि उसके मानसिक तनाव में आने के कारणों के बारे में भी परिजन कुछ खास नहीं बता पाए।
जानकारी के अनुसार खुदकुशी के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस जल्द ही सरजन का इलाज करने वाले डॉक्टर से भी बात करेंगी, ताकि उसकी मानसिक स्थिति के कारणों का पता लगाया जा सके। इससे पुलिस को खुदकुशी करने के कारणों का पता लगाने में मदद मिलेगी।