भोपाल शहर के विभिन्न क्षेत्रों, अति संवेदनशील क्षेत्रों, स्लम एरिया और अन्य बस्तियों में डेंगू लार्वा, मलेरिया, रैपिड टेस्ट, ब्लड स्लाइड कलेक्शन और कोरोना से बचाव की जानकारी आदि का कार्य व्यापक स्तर पर किया जा रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी श्री अखिलेश दुबे ने बताया कि मलेरिया की रोकथाम के लिए विभिन्न क्षेत्रों में दल नियुक्त कर अभियान चलाया जा रहा है। भोपाल जिले में 799 लोगों की रेपिड टेस्ट से मलेरिया की जाँच की गई। जिनमें भोपाल शहर में 549 और बैरसिया में 159 से अधिक लोगों की मलेरिया जांच के लिए नमूने लिए गए।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि बच्चों को पूरी आस्थीन के कपड़े पहनायें एवं घर में सोते समय मच्छरदानी का भी उपयोग करें। शाम के समय घरों के आस-पास नीम की पत्तियों का धुआं भी कर सकते हैं। श्री दुबे ने कहा कि अगर घर में किसी को बुखार आ रहा है तो उसकी जाँच तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाकर करायें।
शहर के विभिन्न क्षेत्रों में डेंगू के लार्वा के लिए 29 टीमों का दल नियुक्त किया गया है जिनके द्वारा 1015 घरों का सर्वे कर किया गया और 20 घरों में लार्वा पाया गया। अलग अलग जगहों पर 8 हजार से अधिक बर्तनों में लार्वा सर्वे किया गया, जिसमें केवल 20 बर्तनों में लार्वा पाया गया। डेंगू के लार्वा को टेमोफॉस डाल कर नष्ट किया गया।