भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में टमाटर के दाम औंधे मुंह गिरने से किसानों के आंसू निकल रहे हैं। कई किसानों की तो लागत भी नहीं निकल रही है। इस कारण वे किसानों में ही टमाटर फेंक रहे हैं। खजूरीकलां, इस्मालनगर, श्यामपुर, मिसरोद समेत आसपास के दो दर्जन से अधिक गांवों में यह स्थिति बनी हुई है।
किसानों का कहना है कि मंडी में भाव कम मिल रहे हैं, जबकि मंडी में बिचौलियों को कमीशन, भाड़ा व मजदूरी भी देना पड़ रही है। इससे लागत मूल्य भी नहीं निकल पा रहा है। इन दिनों करोंद मंडी में टमाटर की आवक प्रतिदिन 250 क्विंटल तक है, जबकि हबीबगंज, बैरागढ़, कोलार, होशंगाबाद रोड, रायसेन रोड स्थित सब्जी मंडियों में किसान टमाटर बेचने ले जाते हैं।
करोंद मंडी में तो तीन से छह रुपये प्रति किलो तक भाव चल रहे हैं, लेकिन अन्य मंडियों में भाव डेढ़ से तीन रुपये किलो तक ही मिल रहे हैं। इस कारण किसान परेशान हैं। जो किसान फुटकर मंडियों में टमाटर लेकर पहुंच जाते हैं उन्हें औने-पौने दाम पर ही टमाटर बेचना पड़ रहा है। ताकि वे भाड़ा, मजदूरी व कमीशन दे सके। हर रोज यही स्थिति बन रही है।