भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित गांधी मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स ने गुरुवार सुबह 10:00 बजे कोहेफिजा पुलिस थाने का घेराव कर दिया। दरअसल, सी ब्लॉक हॉस्टल में स्टूडेंट्स शिवरात्रि की पार्टी कर रहे थे और तेज आवाज में म्यूजिक सिस्टम चला रहे थे। पुलिस ने नियमानुसार कार्रवाई करते हुए म्यूजिक सिस्टम को जप्त कर लिया था। स्टूडेंट इसी बात से नाराज हैं। मेडिकल के छात्र यह मानने को तैयार नहीं है कि छात्रावास में पार्टी करना गैरकानूनी है और तेज आवाज में कोई भी कार्यक्रम करने से पहले प्रशासन से अनुमति लेनी होती है।
जूडा के सचिव डॉ. हरीश पाठक ने बताया कि सी-ब्लाक छात्रावास में MBBS और PG के छात्र रहते हैं। MBBS के छात्रों की परीक्षा हाल में खत्म हुई है, इसलिए वह शांतिपूर्ण तरीके से पार्टी कर रहे थे। आसपास के रहवासियों ने पुलिस को सूचना दी की छात्र जमकर शोर कर रहे हैं। म्यूजिक चला रहे हैं। इसके बाद रात ढाई बजे के करीब करीब 10 पुलिसकर्मी हास्टल पहुंचे। पुलिसकर्मियों ने छात्रों को धमकाया। म्यूजिक सिस्टम बंद कर दिया। छात्र रात में तो शांत हो गए, लेकिन सुबह बैठक कर थाने का घेराव करने पहुंच गए।
हॉस्टल में पार्टी के लिए अनुमति की जरूरत नहीं: जूडा के सचिव डॉ. हरीश पाठक
डॉ. हरीश ने कहा कि छात्रावास में पार्टी करने के लिए कभी अनुमति लेने का नियम नहीं रहा है, जबकि पुलिस इस आधार पर छात्रों को धमका रही थी कि छात्रों ने अनुमति नहीं ली है। इसी वजह से छात्रों ने नाराजगी थी। टीआइ ने संबंधित पुलिसकर्मियों से घटना के बारे में पूछताछ करने की बात कही है। टीआइ ने संबंधित पुलिसकर्मियों से घटना के बारे में पूछताछ करने की बात कही है।
नियम कहते हैं: हॉस्टल में पार्टी नहीं कर सकते
मध्यप्रदेश में शैक्षणिक संस्थान एवं हॉस्टल संचालन के लिए निर्धारित किए गए नियमों में स्पष्ट उल्लेख है कि हॉस्टल में शांतिपूर्वक बिना शोर-शराबे के स्टूडेंट्स अध्ययन और विश्राम कर सकते हैं। इसके अलावा छात्रावास में किसी भी प्रकार की गतिविधि पर पाबंदी है। हॉस्टल में ना तो पार्टी की जा सकती है ना ही किसी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा सकता है। जूडा के सचिव डॉ. हरीश पाठक का कहना है कि वह शांतिपूर्वक पार्टी कर रहे थे। यदि उनकी पार्टी शांतिपूर्वक थी तो फिर पड़ोसियों को पता कैसे चला।