भोपाल। इंदौर कलेक्टर ने होलिका दहन एवं भोपाल कलेक्टर ने होली के दिन सोमवार को लॉकडाउन खत्म हो जाने के बावजूद आम नागरिकों के घरों से निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इधर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रतीकात्मक रूप से होलिका दहन एवं शबे बारात निकालने की अनुमति दे दी है। यह अनुमति ठीक उसी तरीके से दी गई है जैसे भोपाल कलेक्टर ने सोमवार को कर्फ्यू की घोषणा किए बिना लोगों के घरों से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया।
होलिका दहन और शबे बारात में भीड़ भाड़ ना हो: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना का संक्रमण न फैले इसके लिए सभी लोग आगामी त्यौहार घर पर ही रहकर पूरी श्रद्धा एवं आस्था के साथ मनाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन जिलों में कोरोना के 20 से अधिक प्रकरण हैं वहाँ होलीका दहन एवं शबे-बारात प्रतीकात्मक रूप से ही हों। कहीं भी भीड़ नहीं हो, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान और अपर मुख्य सचिव गृह श्री राजेश राजौरा उपस्थित थे।
कैलाश विजयवर्गीय सहित भाजपा के कई नेता नाराज हो गए थे
इंदौर कलेक्टर द्वारा होलिका दहन जैसे पारंपरिक धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन पर प्रतिबंध लगाने के बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित कई नेता नाराज हो गए थे। कैलाश विजयवर्गीय ने तो अपनी नाराजगी सार्वजनिक बयान से जारी कर दी थी। सभी का कहना था कि जिस प्रकार सरकारी कार्यक्रम, विवाह समारोह एवं शव यात्रा आदि में उपस्थित नागरिकों की संख्या निर्धारित कर दी गई है ठीक उसी प्रकार होलिका दहन के लिए भी संख्या निर्धारित की जा सकती है। धार्मिक आयोजन को प्रतिबंधित करने से नागरिकों की भावनाएं आहत हो सकती हैं।