भोपाल। जनता तो यही कहेगी कि कलेक्टर बार-बार बाजार पर प्रतिबंध इसलिए लगा रहे हैं ताकि दुकानदारों से वसूली की जा सके क्योंकि बैतूल में लोकायुक्त पुलिस ने एक तहसीलदार को गिरफ्तार किया है। तहसीलदार ने एक दुकानदार के माता-पिता को होम क्वॉरेंटाइन करके दुकान खोलने की अवैध अनुमति देने के बदले ₹10000 रिश्वत की मांग की थी।
CORONA प्रोटोकॉल के नाम पर दुकान बंद कर दी थी
मध्य प्रदेश के भीमपुर (जिला बैतूल) के नायब तहसीलदार भगवान दास तमखानिया को लोकायुक्त पुलिस ने 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। युवराज वाघकर नामक युवक भीमपुर बस स्टैंड पर अंडे और फल की दुकान चलाता है। कुछ दिन पहले इसकी दुकान को कोरोना के प्रतिबंधों के चलते बंद कर दिया था। युवराज के पिता और माता अपने किसी संबंधी के विवाह समारोह में शामिल होने महाराष्ट्र गए थे। इसकी जानकारी मिलने पर नायब तहसीलदार में उन्हें होम क्वारंटाइन कर दिया था और इसी बहाने से युवराज की दुकान बंद करवा दी थी।
क्वॉरेंटाइन खत्म होने के बाद भी दुकान खोलने की अनुमति नहीं दे रहा था
माता-पिता का क्वारंटाइन का समय खत्म हो गया लेकिन तहसीलदार दुकान खोलने देने को तैयार नहीं थे और बदले में रिश्वत की मांग कर रहा था। इससे परेशान होकर युवराज ने लोकायुक्त पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद शनिवार को किए गए ट्रेप में तहसीलदार फंस गया और वह 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गए है। लोकायुक्त भोपाल की टीम ने यहां निरीक्षक वीके सिंह के नेतृत्व में छापे की कार्रवाई की है।