दमोह। चुनावी मौसम में खुमारी जानने और उससे अपनी आगामी रणनीति तैयार करने की जुगत में इस समय सिद्धार्थ मलैया काफी माथा पच्ची कर रहें हैं। इसी सिलसिले में उन्होंने अपने निवास पर भोजन पर पत्रकारों से अलग-अलग समूहों में चर्चा की। राजनीति का गणित जितना उलझा और उल्टा हो वहां समाधान निकालने के तौर तरीके सपाट और साफ कैसे हो सकते हैं।
सिद्धार्थ की बातों और भावों में तालमेल दूर दूर तक दिखायी नहीं दिया। उन्होंने आगामी उप चुनावों प्रमुख मुद्दों और मुद्दों पर मतदाताओं के सामान्य रुख से संभावित जीत-हार की संभावनाओं को जानने पत्रकारों से चर्चा की पर बढ़ी सफाई से वे अपने पिता की राजनैतिक विरासत को बचाने अपने आगामी मंसूबों को व्यक्त करने बचते नजर आये।
उन्होंने स्पष्ट तौर पर तो नहीं कहा कि वे चुनावी रण में उतरेंगे लेकिन सार्वजनिक कार्यक्रमों में सहभागिता से संदेश कुछ और ही आम जन मानस तक पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि उनका आशीर्वाद यात्रा निकालने का कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि अभी हमने पत्रकारों से अपनी बात कहने के लिये नहीं बल्कि पत्रकारों से आगामी उपचुनाव पर चर्चा करने के लिये बुलाया है।
सिद्धार्थ कुछ होमवर्क कर रहें हैं
उन्होंने इस बात के संकेत दिये कि बहुत जल्दी पत्रकार वार्ता बुलायी जा सकती है। इससे साफ कयास लगाये जा रहे है कि सिद्धार्थ कुछ होमवर्क कर रहें हैं। मेडीकल कॉलेज जिसकी घोषणा पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने की और राहुल सिंह को महिमामंडित किया इस पर भी काफी चर्चायें हुई इस दौरान इसके भविष्य की जमीन तैयार होने पर संदेह के स्वर भी सुनाई दिये, इसकी अधो संरचना के निर्माण से लेकर वैधानिक मान्यता मिलने पर भी आशंकायें जाहिर की गयी।