भोपाल। मप्र की राजधानी भोपाल में मेट्रो बना रही दिलीप बिल्डकॉन कंपनी ने अपने ही कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है। कर्मचारियों ने ट्रकों को अनुमति के लिए टैक्स आंध्र प्रदेश में जमा ही नहीं किया। कुल 62 लाख रुपए के घोटाले का मामला है। जो भोपाल पुलिस द्वारा दर्ज किया गया है।
पुलिस ने कंपनी की शिकायत पर तीन कर्मचारियों आशुतोष चतुर्वेदी, शिवांस कुमार और प्रणयकांत झा के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। चूना भट्टी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश की दिलीप बिल्डकॉन कंपनी आंधप्रदेश में राजमार्ग- विजयवाड़ा से मछलीपट्टमन पर 2018 से 2020 के बीच काम कर रही थी। यहां पर कंपनी की तरफ से 180 ट्रक भेजे गए। किसी दूसरे राज्य में काम करने से पहले ट्रकों की अनुमति लेकर उसका टैक्स संबंधित राज्य में जमा कराना होता है। यह काम कंपनी की तरफ से आशुतोष चतुर्वेदी, शिवांस कुमार और प्रणयकांत झा देख रहे थे। आशुतोष और शिवांस भोपाल में रहकर काम देख रहे थे और प्रणयकांत झा आध्र प्रदेश में था।
कंपनी ने तीनों कर्मचारियों के अनुसार दिए दस्तावेजों के आधार पर ट्रकों की अनुमति लेकर टैक्स की राशि 89 लाख रुपए जारी कर दी। इस बीच कंपनी ने ट्रक कर्नाटक में दूसरे प्रोजेक्ट के लिए भेजे। यहां पर ट्रकों काे अनुमति जारी करने के लिए आंध्र प्रदेश सरकार से जारी NOC मांगी गई। तीनों कर्मचारियों ने तीन NOC उपलब्ध कराई। इन NOC को वेरिफाई करने के लिए भेजने पर आंध्र प्रदेश सरकार ने फर्जी बता दिया। इसके बाद जानकारी निकाली तो पता चला कि कंपनी ने टैक्स जमा करने के लिए 89 लाख का भुगतान किया है, लेकिन टैक्स सिर्फ 27 लाख रुपए ही जमा किया गया। इस तरह 62 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई।
कर्मचारियों की तरफ से फर्जी बिल और अनुमतियां जारी करवाई गई। इस मामले में कंपनी की तरफ से कन्हैयालाल वर्मा की शिकायत पर चूना भट्टी पुलिस ने धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज की है। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। आरोपी अपने आपको बेकसूर बता रहे है। पुलिस फिलहाल मामले में जांच कर रही है।