जैसा कि आपको ज्ञात है कि शिक्षक भर्ती मध्यप्रदेश में 2018 से चली आ रही है। यह भर्ती 2 विभागों के अंतर्गत हुई थी। जिसमें डीपीआई अर्थात लोक शिक्षण संचनालय की संपूर्ण भर्ती पूरी होने को है पर जनजाति विभाग अभी तक भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं कर पाया।
आदिम जाति कल्याण विभाग के अंतर्गत 5704 पदों के लिए माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का विज्ञापन अक्टूबर 2018 मे जारी हुआ था। जिसकी परीक्षा फरवरी, मार्च 2019 में संपन्न हो चुकी हैं तथा माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा परिणाम 26 अक्टूबर 2019 में जारी हो चुका है परन्तु अभी तक जनजाति विभाग द्वारा माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती के लिए वर्गवार एवं विषयवार संभागीय आरक्षण रोस्टर जारी नहीं कर पाए, जबकि जनजाति विभाग के 1529 सरकारी स्कूल बिना शिक्षक के संचालित हो रहे हैं।
अलीराजपुर में 256, झाबुआ में 208, बड़वानी में 428, सीधी में 122, मंडला में 237 ,धार में 208 स्कूल शिक्षक विहीन है। इन जनजाति विभाग के स्कूलों में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 उत्तीर्ण कर चुके शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया अभी तक प्रारंभ नहीं की गई है।शिक्षक विहीन शालाओ में बच्चो की पढाई राम भरोसे चल रही है। आखिरकार कब तक इन शिक्षक विहिन शालाओ में शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की जायेगी। यह जनजाति विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भी नहीं बता पा रहे हैं। इन शिक्षक विहीन शालाओं में गरीब बच्चों की पढ़ाई का जो नुकसान हो रहा है इसका जिम्मेदार कौन है?
निवेदक
नवीन श्रीवास्तव
माध्यमिक शिक्षक भर्ती अभ्यर्थी