अंतरिक्ष में पृथ्वी एक ऐसा ग्रह है जहां जिज्ञासा और उनकी शांति के लिए प्रयोग निरंतर चलते रहते हैं। अंतरिक्ष में पृथ्वी सूर्य के बाद तीसरा एक मात्र ऐसा ग्रह है जो मानव जीवन को सीधे प्रभावित करता है। यह तो हम सभी जानते हैं कि पृथ्वी नाम के ग्रह का गठन लगभग 4.5 अरब साल पहले हुआ था।
करीब 5000 साल पहले तक भारत के प्राचीन विज्ञान के अनुसार हम अंतरिक्ष में मौजूद 9 ग्रह, 12 राशियां, 27 नक्षत्र और इसके अलावा बहुत सारे रहस्यों की जानकारी प्राप्त कर चुके थे लेकिन फिर पश्चिम के विज्ञान की मान्यता पूरी दुनिया में हो गई और भारत के प्राचीन विज्ञान को अस्वीकार कर दिया गया। वर्तमान विज्ञान के अनुसार हम मंगल ग्रह तक पहुंच चुके हैं। पृथ्वी के कई रहस्यों का पता लगा चुके। लेकिन सवाल यह है कि क्या कभी किसी ने पृथ्वी का वजन नापने की कोशिश की है। यदि हां, तो क्या वह सफल हुआ। यदि हां, तो पृथ्वी का वजन कितना है।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पृथ्वी का वजन नहीं किया जा सकता। क्योंकि वजन के लिए गुरुत्वाकर्षण की जरूरत होती है लेकिन पृथ्वी के द्रव्यमान का अनुमान जरूर लगाया गया है।
पृथ्वी का वज़न- 5.972 × 10^24 kg इतना अनुमानित किया गया है।
यदि आप इन सभी मूल्यों को प्लग इन करते हैं और M1 के लिए हल करते हैं, तो आप पाते हैं कि
पृथ्वी का द्रव्यमान 6,000,000,000, 000,000,000,000,000,000 किलोग्राम (6 x 1024 किलोग्राम, या 1.3 x 1025 पाउंड) है। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article
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