ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में डीजल की आसमान छूती कीमताें के कारण दालाें और तेलाें के दाम बढ़ने के बाद अब बारी है दूध की। दूध डेयरी व्यवसाय संघ ने 11 मार्च से दूध के दाम 2 रुपए प्रति लीटर बढ़ाने का निर्णय लिया है। हालांकि इस वृद्धि का फिलहाल पैक्ड दूध की कीमताें पर असर नहीं पड़ेगा।
शहर में लगभग 500 डेयरियों से प्रतिदिन साढ़े तीन लाख लीटर दूध की बिक्री होती है। यह डेयरी संचालक पशुपालकों से अलग-अलग क्वालिटी के दूध काे 42 से 48 रुपए प्रति लीटर के भाव से खरीदते हैं और उसमें अपना मुनाफा जोड़कर आम लोगों को बिक्री करते हैं। दूध डेयरी व्यवसाय संघ के राष्ट्रीय महासचिव नरेंद्र मांडिल्य ने बताया कि चूनी, पीना, तेल के दाम बढ़ गए हैं और पशु भी महंगे हाे गए हैं। इस कारण पशुपालकों ने डेयरी संचालकों को 2 रुपए प्रति लीटर अधिक भाव पर दूध देने का निर्णय लिया है। इसी वजह से अब हम लोगों को भी दूध की बिक्री के लिए प्रति लीटर पर 2 रुपए बढ़ाने पड़ रहे हैं, जिसे हम सभी 11 मार्च से लागू कर देंगे।
चूनी जो 120 रुपए पसेरी के भाव से बिकता था वह अब 150 रुपए तक पहुंच गया है। तेल का भाव भी 140 रुपए लीटर को छू रहा है। पशु खासतौर पर भैंस अब एक लाख रुपए की पड़ रही है, जो कुछ समय पहले तक 60 से 80 हजार रुपए में मिल जाती थी। इन्हीं सभी कारणों से दूध के दाम में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है।
शहर में कॉलोनी-मोहल्लों में अवैध रूप से पशु रखकर डेयरी चलाने वाले लाेग पहले से ही लाेगाें काे महंगा दूध बेच रहे हैं। यह 55 से 60 रुपए प्रति लीटर के भाव से दूध बेच रहे हैं। अब आम डेयरी वाले जो 44 रुपए से 48 रुपए प्रति लीटर के भाव से दूध बेच रहे थे, वे भी 2 रुपए प्रति लीटर दाम बढ़ा देंगे।