ग्वालियर। प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे। प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान भूसा खाया। भूसा खाने से कई कर्मचारियों की तबियत बिगड़ गई। भूसा कर्मचारियों के गले में अटक गया। इसके बाद जब इन्हें घुटन महसूस हुई तो कर्मचारी नेताओं ने तत्काल इन्हें चाय पिलाई, जिससे इन्हें आराम मिला। बाकी किसी भी कर्मचारी को डॉक्टर के यहां जाने की जरूरत नहीं पड़ी।
मप्र कांग्रेस के आह्वान पर कर्मचारियों ने मोतीमहल पर प्रदर्शन किया। इस अवसर पर मप्र कर्मचारी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रवींद्र त्रिपाठी ने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार कर्मचारियों के खिलाफ दमनकारी नीति बरत रही है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वर्तमान भाजपा सरकार ने इस साल बजट में डीए और इंक्रीमेंट के बारे में किसी प्रस्ताव को नहीं रखा। इससे कर्मचारी आक्रोशित हैं और उनमें निराशा की भावना है।
मुख्यमंत्री के नाम दिया पत्र
धरने के बाद कर्मचारियों ने 18 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम संभागायुक्त को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में कर्मचारियों ने मांग की है कि उन्हें इन्क्रीमेंट दिया जाए। इन्क्रीमेंट पर लगी रोक सरकार जल्द से जल्द हटाए। इसके अलावा डीए की घोषणा भी की जाए। धरने में आयुक्त भू अभिलेख, राजस्व, स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन विभाग, कृषि विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग नगर निगम, जिला पंचायत, कोषालय, कलेक्ट्रेट, पीएचई, पीडब्ल्यूडी और वन विभाग के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस अवसर पर रवींद्र त्रिपाठी, अंबरीश गुप्ता, सेवाराम शर्मा, शिवकुमार द्विवेदी, शिवदत्त भार्गव, केके अवस्थी, रमाशंकर हरदेवियां, अजय श्रीवास्तव, राजेंद्र कौरव, वीरेंद्र शर्मा, सुनील पटेरिया, रघुनंदन सिंह तोमर, रामबाबू कुशवाह, राम भरोसी शर्मा, लाला जयप्रकाश, उदित जोशी कमलेश शर्मा, भंवर सिंह आदि शामिल थे।