इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के सराफा कारोबारी के बेटे अरविंद सोनी निवासी व्यंकटेश नगर की अपहरण के बाद पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्या का आरोपी सूदखोर कृष्णा मालवीय है। परिजन ने तलाशा तो CCTV में दो लोग अरविंद को जबरन कार में बैठाते नजर आए।
कृष्णा ने शुक्रवार सुबह 11 बजे अपहरण किया। घंटों उसे कार में घूमाता रहा। इस बीच अरविंद ने परिवार को लोकेशन भेजी, फोन पर बता दिया कि कृष्णा ने अगवा किया है। अरविंद की पत्नी व भाई अभिषेक एरोड्रम थाने पहुंचे, जहां एसआई बलराम ने कृष्णा और अरविंद से बात की। फिर भी उसे बचा नहीं पाए। अपहरण के साढ़े 23 घंटे बाद शनिवार सुबह 10.30 बजे उसका शव सनावदिया के पास झाड़ियों में मिला। अरविंद के पिता दिनेश व भाई अभिषेक का सराफा में कामकाज है।
भाई अभिषेक के मुताबिक, अरविंद का सराफा के सट्टेबाज कृष्णा से पैसों का लेन देन था। पैसे किसी और ने लिए थे, गारंटी अरविंद ने दी थी। अरविंद पहले तेजाजी नगर बायपास पर ढाबा चलाता था। लॉकडाउन में स्थिति बिगड़ी तो कालानी नगर में औषधि भंडार पर काम करने लगा। शुक्रवार दोपहर 1 बजे घर से अरविंद को टिफिन भेजा तो औषधि केंद्र वाले ने कहा कि वह तो आया ही नहीं। इसके बाद तलाश किया।
गली के एक कैमरे में दो लोग उसे जबरन कार में बैठाते दिखाई दिए। एक का हुलिया कृष्णा जैसा था। शाम को भाई ने किसी का फोन लेकर भाभी को कॉल कर बताया कि उसे कृष्णा ने अगवा कर लिया है। हम थाने गए तो एसआई बलराम ने कृष्णा को कॉल किया तो बोले कि 2-3 घंटे में आ जाएंगे। सुबह खुड़ैल थाने से फोन आया। वहां भाई का शव मिला। लग रहा है कि बुरी तरह पिटाई के बाद उसे रस्सी से बांधकर घसीटा गया है।
रिश्तेदारों का कहना है कि अरविंद ने तेजाजी नगर में जो ढाबा डाला था वह भी किराए पर था। यदि कृष्णा से पैसे लिए भी होंगे तो 2-3 लाख से ज्यादा नहीं होंगे। अरविंद के परिजन को इसकी जानकारी थी कि कृष्णा को पैसे देना है, लेकिन यह नहीं पता था कि वह हत्या कर देगा।
परिजन का आरोप है कि लोकेशन मिलने, अपहरण की पुष्टि हो जाने के बाद भी पुलिस ने सक्रियता नहीं दिखाई। पुलिस के पास इतने सारे संसाधन हैं यदि रात में ही उसे ट्रेक कर लेते तो अरविंद की जान बचाई जा सकती थी।