इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर लॉकडाउन के दौरान पूरे समय घर में रहने के चलते पत्नी को ऑनलाइन गेम खेलने की आदत हो गई। वह दिनभर ऑनलाइन गेम ही खेलती रहती थी। इस दौरान गेम में कई दोस्त बनें जिनसे चेटिंग में वह व्यस्त रहने लगी। परेशान पति ने टोका तो विवाद हो गया और पत्नी ने पुलिस से शिकायत कर दी।
जूनी इंदौर पुलिस के मुताबिक सिंधु नगर के भरत कुमार ने शुक्रवार शाम फंदा लगाकर जान दे दी। वह परिवार का इकलौता बेटा था और कपड़े की दुकान का संचालन करता था। पिता पीएचई विभाग देवास में पदस्थ हैं। भरत यहां पत्नी दीपा उर्फ अक्षरा और 8 वर्षीय बेटी के साथ रहता था। हालांकि, पत्नी ने इन आरोपों से इनकार किया है।
वर्ष 2011 में भारत की शादी दीपक से हुई थी। 8 साल की बच्ची के साथ यहां रहते थे। भरत की बहन कनक ने बताया, लॉक डाउन के दौरान दीपा ने ऑनलाइन गेम खेलना शुरू किया और उसे एक तरह से इसकी लत गई। इस दौरान वच्र्युअल दोस्त बने। आरोप है कि ऑनलाइन गेम खेलते हुए लूडो का सट्टा भी दीपा ने लगाया, दोस्तों से ऑनलाइन चेटिंग में ज्यादा वक्त गुजरने लगा। भरत को पत्नी का ऑनलाइन दोस्तों व गेम में व्यस्त रहना ठीक नहीं लगता, जिसके कारण दोनों में विवाद होने लगे।
भरत ने अपने परिजनों के साथ ही दीपा के मायके वालों के सामने भी यह समस्या रखी थी लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। कई बार चेटिंग करते रोका तो विवाद हुआ। आरोप है कि 11 मार्च की रात किसी दोस्त के साथ चेटिंग करते भरत ने दीपा को रोका और आपत्ति ली तो विवाद हुआ। 12 मार्च को दीपा के के मामा, मम्मी, बहन आई और भरत को डराया धमकाया। बाद में थाने पहुंचकर झूठा शिकायती आवेदन दिया। भरत को थाने बुलाया गया था।
भरत के जीजा ने बताया कि मैं भी थाने पहुंचा। वहां भरत कहने लगा, इज्जत खराब हो गई है, अब मुझे नहीं जीना। पत्नी ने मुझे थाने पर लाकर खड़ा कर दिया। जीजा ने समझाइश देकर उसे घर भेजा था। शाम को जब उसे कॉल किया तो वह उठा नहीं रहा था। घर जाकर देखा तो दरवाजा नहीं खोला, अंदर झांका तो फंदे पर लटका दिखा और फिर पुलिस को बुलाया।