जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में शर्ट कारखाना संचालित करने वाले को उसके ही नौकर ने 4.47 लाख रुपए की चपत लगा दी। आराेपी वसूली एजेंट का काम करता था। महाकोशल-विंध्य के विभिन्न जिलों में दुकानदारों को शर्ट की सप्लाई कर खुद के खाते में पैसे जमा करवा लिए।
कई दुकानदारों से नकद लेकर भी कारखाना संचालक को नहीं दिए। आरोपी के फरार होने पर पीड़ित ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई। तब कोतवाली पुलिस ने FIR दर्ज की। जानकारी के अनुसार सरस्वती कॉलोनी निवासी जितेश कंधारी की शिवार्थ टेक्सटाईल्स नाम से शर्ट बनाने का कारखाना है। वह शर्ट तैयार कर अपने कारखाने में कार्यरत एजेंट राजस्थान निवासी मनीष शर्मा के माध्यम से दुकानदारों को सप्लाई करता था। उसके शर्ट, सीधी, मैहर, शहपुरा भिटौनी, धनपुरी, सिवनी, चैरई, अमरवाड़ा, करेली, पाटन, बरघाट, मनगवां, गाडरवारा, दमोह, रीवा में सप्लाई होते हैं।
एजेंट मनीष द्वारा ही इन स्थानों पर दुकानदारों को शर्ट सप्लाई और वसूली का काम किया जाता था। उसने उक्त दुकानदारों से 4 लाख 47 हजार 682 रुपए अपने खुद के बैंक खाते में डलवा लिए। वहीं इसमें से कुछ रकम उसने नकद प्राप्त किए था। दुकानदारों से पैसे मांगने पर पता चला कि मनीष शर्मा पैसे ले चुका है।
मनीष वर्तमान में काम छोड़कर फरार हो चुका है। पीड़ित थाने में शिकायत करने पहुंचा तो पुलिस ने प्रकरण दर्ज नहीं किया। इसके बाद उसने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की। तब कोतवाली पुलिस ने आरोपी मनीष शर्मा के खिलाफ धारा 408 भादवि का प्रकरण दर्ज कर लिया।