जबलपुर। भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष एवं सांसद विष्णु दत्त शर्मा द्वारा नगरीय निकाय चुनाव के लिए विधायक अशोक रोहाणी को जबलपुर नगर निगम क्षेत्र का प्रभारी बनाया गया है। इसके बाद से ही भारतीय जनता पार्टी में खलबली मच गई है। टिकट के लिए आश्वासन प्राप्त दावेदार एक बार फिर अपने अपने नेताओं से संपर्क कर रहे हैं। सभी सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अशोक रोहाणी की नियुक्ति के बाद उनके टिकट को कोई खतरा तो नहीं है।
अशोक रोहाणी की उम्मीद नहीं थी
जबलपुर नगर निगम चुनाव में पार्षद से लेकर महापौर पद तक के लिए दावेदारों की भीड़ मौजूद है। सबके अपने-अपने कनेक्शन हैं और दर्जनों दावेदार अपने नेता का पक्का आश्वासन मिलने के बाद चुनाव की तैयारियों में जुट चुके हैं। किसी को उम्मीद नहीं थी कि जबलपुर के विधायकों में से किसी एक को प्रभारी बना दिया जाएगा। अशोक रोहाणी के प्रभारी बनाए जाने से भारतीय जनता पार्टी में एक गुट मजबूत हो गया है जबकि बाकी दिग्गज नेताओं के समर्थकों के सामने बड़ी समस्या पैदा हो गई है।
टिकट तो भोपाल से ही फाइनल होंगे
विधायक अशोक रोहाणी को चुनाव प्रभारी बनाए जाने के बाद निराश हुए भाजपा के कुछ नेता एक दूसरे को संबल प्रदान कर रहे हैं। पहली बार भाजपा में कहा जा रहा है कि नगर निगम पार्षद पद के टिकट का निर्धारण भी भोपाल से होगा। चुनाव प्रभारी के पावर किसी के टिकट को प्रभावित नहीं कर पाएंगे। अब देखना यह है कि ऐसे हालात में चुनाव प्रभारी अशोक रोहाणी किस रणनीति के साथ आगे बढ़ते हैं।