जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में घरेलू कलह के कारण एक रिक्शा चालक ने ऐसा कदम उठाया कि देखने वाले की रूह कांप गई। झगड़े के बाद पत्नी घर छोड़कर चली गई। गुस्से में पति सात साल की मासूम बेटी संग फंदे से झूल गया। दोनों की लाश किराए के कमरे में एक साथ लटकी मिली तो पुलिस भी सन्न रह गई।
जानकारी के अनुसार प्रेमसागर चौकी के पीछे लखन केशरवानी का मकान है। एक महीने पहले बेलवा रीवा निवासी रामकृष्ण सोंधिया (35) पत्नी व बेटी सपना (08) के साथ रहने आया था। लखन केशरवानी के मुताबिक रामकृष्ण रिक्शा चलाता था। वह बेटी को पढ़ाने के लिए रीवा से जबलपुर आया था। आमदनी कम थी। और जरूरतें अधिक। दिन भर हाड़तोड़ परिश्रम के बावजूद 100-150 रुपए ही वह कमा पाता था। इसे लेकर घर में अक्सर विवाद होता था।
घरेलू कलह को लेकर 17 मार्च बुधवार सुबह पति-पत्नी में विवाद हुआ था। बताते हैं कि गुस्से में रामकृष्ण ने पत्नी पर हाथ भी छोड़ दिया था। इसके बाद वह रिक्शा लेकर निकल गया था। रात आठ बजे पहुंचा तो घर में अकेले आठ साल की बेटी सपना मिली। बेटी ने रोते हुए बताया कि मम्मा उसे छोड़कर कहीं चली गई। बेटी के आंसुओं को देखकर रामकृष्ण का कलेजा फट गया। गम और गुस्से में उसने बेटी के साथ जान देने का निर्णय ले लिया।
रामकृष्ण रात में खाना खाकर बाहर टहलने निकलता था। पर बुधवार रात आठ बजे के बाद उसके कमरे से कोई आवाज नहीं आई। रात 10.30 बजे के लगभग मकान मालिक लखन केशरवानी हाल लेने पहुंचा। उसने रामकृष्णा को आवाज लगाई पर अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद उसने खिड़की से देखा तो सन्न रह गया। अंदर दोनों की लाश लोहे की पाइप में प्लास्टिक की रस्सी से आस-पास लटक रही थी। पास में ही एक मेज भी रखा मिला। उसी पर चढ़कर दोनाें ने एक साथ आत्महत्या की होगी।
पिता-पुत्री की आत्महत्या की खबर पाकर प्रेमसागर चौकी और हनुमानताल टीआई उमेश गोल्हानी भी मौके पर पहुंच गए। पूछताछ और मकान मालिक के बयान लेने के बाद पुलिस ने कमरे को बंद करा दिया है। गुरुवार सुबह को एफएसएल टीम की मौजूदगी में शव को फंदे से उतारा जाएगा। इसके बाद उसे पीएम के लिए भिजवाया जाएगा। रामकृष्ण के घरवालों को रीवा में खबर कर दी गई है। उसकी पत्नी का पता नहीं चला। कोई उसका नाम भी नहीं बता पा रहे थे।