जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में पूर्व बैंक कर्मी की गुरुवार शाम को मझगवां कॉलोनी नहर में लाश मिली। नहर किनारे मिली बाइक से पहचान हुई। पुलिस को बाइक में टंगे बैग में पोस्टकार्ड साइज पेपर पर सुसाइड नोट बरामद हुआ है।
सुसाइड नोट में लिखा है कि ‘पापाजी सब झूठ था, नौकरी 2017 में ही चली गयी थी, मैं अब और बर्दाश्त नहीं कर सकता, और यह कदम उठा रहा हूं, हो सके तो मुझे माफ कर देना। मैं बहुत अच्छा बनने के चक्कर में बहुत बुरा बन गया, किसी से नौकरी की बात नहीं हुई, सब पैसे बरबाद किये मैने सिर्फ दोस्ती के चक्कर में। पनागर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मरचुरी में रखवा दिया। शुक्रवार को शव का पीएम होगा।
जानकारी के अनुसार शाम छह बजे के लगभग मझगवां कॉलोनी नहर में 28 वर्षीय युवक की उतराती हुई लाश मिली। मझगवां निवासी राजेश यादव ने इसकी सूचना पनागर पुलिस को दी। टीआई आरके सोनी के मुताबिक नहर के पास ही एक बाइक भी खड़ी मिली। बाइक एमपी 20 एमवाय 0273 लॉक हालत में खड़ी थी। बाइक में हेलमेट और एक बैग टंगा था। बैग की तलाशी में एक कागज में सुसाइड नोट लिखा मिला।
टीआई आरके सोनी के मुताबिक बाइक के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर शव की पहचान कृष्ण दत्त दुबे (28) के रूप में हुई। पुराना कंचनपुर निवासी रमेश चंद्र दुबे ने मौके पर पहुंच कर शव की पहचान बेटे कृष्ण दत्त दुबे के रूप में की। रात आठ बजे के लगभग गांव वालों की मदद से किसी तरह शव को निकलवाया गया। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि कृष्ण दत्त दुबे कैनरा बैंक में नौकरी करता था। 2017 में उसकी नौकरी किसी कारण से चली गई थी। नौकरी पाने के लिए उसने काफी पैसे खर्च कर दिए थे। घरवालों को उसने नौकरी मिलने के बारे में झूठ बोला था।