जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में किताब और फीस का ब्यौरा प्रशासन से साझा करने से निजी स्कूल परहेज कर रहे हैं। 298 स्कूलों ने जहां जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश पर सीधे सूची जमा कर दी लेकिन वहीं 19 ऐसे स्कूल थे जो मनमानी पर उतारू है उनके द्वारा तय मियाद में सूची नहीं दी गई है।
विभाग ने दोबारा उन्हें नोटिस देकर तत्काल सूची जमा करने के निर्देश दिए है। यदि ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाही करने की बात कही गई है। पहला जिला जहां सार्वजनिक पहल: जिला कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने अभिभावकों को सुविधा के लिए यह अभियान चलाया है। ताकि उन्हें किताबों के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े। साथ ही प्रशासन के पास भी किताबों और फीस का ब्यौरा अधिकारिक तौर पर रहे। कई स्कूल मनमानी फीस भी बढ़ा रहे है उसे भी नियंत्रित करने की योजना है।
सेंट ग्रेबियल हायर सेकंडरी स्कूल रांझी, नालंदा पब्लिक स्कूल धनवंतरी नगर, महर्षि विद्या मंदिर नेपियर टाउन, प्रतिमा स्थली ज्ञानोदय विद्यापीठ,आदित्य कान्वेंट स्कूल गोपाल बिहार, सेंट अगस्तटीन लम्हेटाघाट, रायल सीनियर सेकंडरी स्कूल संजीवनी नगर,महर्षि विद्या मंदिर विजय नगर,रेयान इंटरनेशन स्कूल शांति नगर,जॉय सीनियर सेकंडरी स्कूल विजय नगर