मध्य प्रदेश में इंदौर शहर के लसूड़िया पुलिस थाने में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसर संतोष वर्मा ने भारतीय जीवन बीमा निगम की महिला एजेंट हर्षिता अग्रवाल के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज कराया है। आईएएस अफसर का आरोप है कि एलआईसी की महिला एजेंट बीमा करने के लिए उसके पास आई थी और दस्तावेज ले गई। इसके बाद उसने अपने पति के नाम की जगह मेरा नाम दर्ज करवा दिया। इधर महिला हर्षित अग्रवाल ने शिकायत की थी कि आईएएस अफसर उसका बॉयफ्रेंड था बाद में दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहे, और फिर उसने शादी से इनकार कर दिया क्योंकि वह पहले से ही शादीशुदा है।
LIC बीमा के नाम पर मेरे दस्तावेज ले रही थी, अब मुझे अपना पति बता रही है
शहर के लसूड़िया थाने में एक IAS अफसर संजीव वर्मा ने एक महिला के खिलाफ केस दर्ज कराया है। संतोष वर्मा वर्तमान में नगर प्रशासन एवं विकास विभाग भोपाल में अपर आयुक्त के पद पर पदस्थ हैं। लसूड़िया टीआई इंद्रमणि पटेल के अनुसार संतोष वर्मा पिता रुमाल सिंह वर्मा की शिकायत पर आरोपी हर्षिता अग्रवाल निवासी ओमेक्स सिटी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। आरोपी हर्षिता अग्रवाल एलआईसी एजेंट है। IAS अफसर संतोष वर्मा ने पुलिस को बताया कि महिला उनसे एलआईसी एजेंट के रूप में ही मिली थी। उनके एलआईसी के नाम पर दस्तावेज ले लिए थे। महिला ने बाद में धोखाधड़ी करते हुए दस्तावेजों का इस्तेमाल किया और वोटर आईडी में मेरा नाम अपने पति के रूप में दर्ज करवा दिया। पुुलिस ने धोखाधड़ी, कूटरचना सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।
BF ने शादी करके साथ रखा और IAS बन गया तो संबंध तोड़ लिए
नवंबर में युवती ने इसी थाने में शिकायत की थी। शिकायत में उसने कहा था कि उज्जैन के अपर कलेक्टर संतोष वर्मा ने शादी का झांसा देकर उन्हें साथ रखा और ज्यादती की। उसने संतोष के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की थी। इसी दौरान दोस्ती हुई, जो प्रेम में बदल गई। दोनों ने विवाह कर लिया था। जब वह हरदा में पदस्थ थे तब वे पत्नी की तरह सरकारी क्वार्टर में साथ रही थी। उसके बाद उनका उज्जैन ट्रांसफर हो गया तो युवती को टाउनशिप में घर दिलवाया था। वह घर संतोष वर्मा की मां के नाम पर है। अपर कलेक्टर का पहले ही विवाह हो चुका था, लेकिन उन्होंने छुपाया। बाद में शादी से इनकार कर दिया। उन्होंने इसकी शिकायत कई जगह की थी, लेकिन कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।