शक्ति रावत। वैसे तो दोस्ती पर इतना कुछ कहा और लिखा जा चुका है, कि अलग से कुछ कहने की जरूरत नहीं। लेकिन जब हम मैनेजमेंट की भाषा में बात करते हैं, तो आप अपने दोस्तों को तीन कैटेगिरी में बांट सकते हैं। इन तीनों का नेचर अलग होता है, लेकिन तीनों आपके के लिए जरूरी है, इसलिये इस आर्टीकल को पढऩे बाद सोचिये कि आपके पास ये तीन तरह के दोस्त हैं, या नहीं है, अगर हैं, तो इन्हें सहेजिये और अगर नहीं है, तो बनाने की कोशिश कीजिये। क्योंकि आपको जिंदगी में आगे बढऩे के लिए इन तीनों की ही जरूरत पड़ेगी। तो आईये आज बात करते हैं, रिलेशनशिप मैनेजमेंट के तहत दोस्तों की।
1- पॉजीटिव फ्रेंड-
ये दोस्त खुद तो सकारात्मक सोच वाले होते ही हैं, आपको भी जीवन में आगे बढऩे, अपने लक्ष्य तय करने और मंजिल ढूंढने के लिए प्रेरित करते रहते हैं। इनकी नजर हमेशा भविष्य पर होती है, ये सपने देखते हैं, और उनके सच होने में यकीन करते हैं। आपको भी हमेशा अच्छी सलाह देते हैं, और इनमें आपको निराश से भी उबार लेने की ताकत होती है। हालांकि इनका रास्ता साफ होता है, इसलिये ये कई बार प्रेक्टिल और थोड़े स्वार्थी भी हो सकते हैं। लेकिन इनका साथ आपके लिए जरूरी है।
2- इंस्टेंट फ्रेंड-
ये पूरी तरह से दुनियादार लोग हैं, इनका लक्ष्य भले ही साफ नहीं, लेकिन मौके पर यही काम आते हैं, क्योंंकि यह बहुत ज्यादा सामाजिक और व्यवहारिक होते हैं, सबके दुख-सुख में साथ खड़े रहते हैं। कई बार ये भी आपको सिर्फ मौके पर ही याद करते हैं, कई बार खर्चा भी करवा देते हैं, तो कभी आपका समय भी लेते हैं, लेकिन एक बात याद रखिये, जब भी आपको सबसे ज्यादा दोस्त की जरूरत होगी, तभी यही आपके काम आएगा।
3- फॉर्मल फ्रेेंड-
ये तीसरी तरह के दोस्त हैं, जो आपके संपर्क में तो होते हैं, लेकिन आपके काम कभी शायद ही आते हैं, ये मिलते-जुलते हैं, बातें करते हैं, लेकिन आपकी मदद नहीं कर पाते। फिर भी इनसे बात करके आपका मन हलका हो जाता है, और आपको इनका साथ अच्छा लगता है। यह दोस्ती मिलने और बातों तक ही सीमित होती है। लेकिन फिर भी यह दोस्त भी आपके लिए जरूरी हैं। क्योंकि कुछ और हो ना हो लेकिन ये आपके मन को हल्का करने का काम जरूर करते हैं। लिहाजा आपके फ्रेंड सर्किल में ये तीनों तरह के दोस्त होने चाहिये। -लेखक मोटीवेशनल स्पीकर और लाइफ मैनेजमेंट कोच हैं।