भोपाल। मध्यप्रदेश में सरकार कोई भी हो हमेशा दावा करती है कि उसने उद्योगों के लिए बेहतर वातावरण बना दिया है और नए-नए उद्योग स्थापित हो रहे हैं जिसके कारण लोगों को रोजगार मिल रहा है परंतु सरकारी रिकॉर्ड बताते हैं कि पिछले 1 साल में मध्यप्रदेश में 10 हजार उद्योग बंद हो गए। इसके अलावा कितने स्टार्टअप बंद हुए, सरकार के पास इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम (MSME) उद्योग के रजिस्ट्रेशन में वर्ष 2019-20 में 3.35% की कमी आई। 2018-19 में प्रदेश में ऐसे रजिस्टर्ड उद्योगों की संख्या 2.98 लाख थी जो वर्ष 2019-20 में घट कर 2.88 लाख रह गए। एक कारण यह भी है कि 2020 की स्थिति में बेरोजगारों की संख्या बढ़कर 24.72 लाख हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश की विकास दर में पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 3.9% की कमी अनुमानित है।
सकल घरेलू उत्पाद 3.37% घट गए, कैसे बनेगा आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश
राज्य सरकार ने वर्ष 2020-21 का आर्थिक सर्वेक्षण विधानसभा में जारी कर दिया है। इसके मुताबिक मध्य प्रदेश की GDP वर्ष 2020-21 में (सकल घरेलू उत्पाद) पिछले वित्तीय वर्ष 2019-20 की तुलना में 3.37% घट गई है। सरकार को अनुमान है कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में प्रदेश की GDP 5 लाख 60 हजार 845 करोड़ रुपए रहेगी।
मध्य प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय में 5% की कमी, महंगाई 10% से अधिक बढ़ गई
इसी तरह कोरोनाकाल में प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय प्रचलित भावों के आधार पर वर्ष 2020-21 में 98 हजार 418 रुपए रह गई है। जो वर्ष 2019-20 में 1 लाख 3 हजार 288 थी। यानी 4.71% की कमी आई। यदि स्थिर भाव से देखें तो यह 62 हजार 236 से घटकर 58 हजार 425 रुपए हो गई। पिछले साल की तुलना में 6.12% की कमी आई है। जबकि महंगाई 10% से अधिक बढ़ गई है।