भोपाल। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की रिसर्च टीम ने दावा किया है कि भारत में कोरोनावायरस की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है। अप्रैल और मई के महीने में स्थिति और अधिक गंभीर हो सकती है। रिसर्च टीम का कहना है कि कोरोनावायरस की दूसरी लहर 15 फरवरी से शुरू हुई है और लगभग 100 दिन तक संक्रमण बढ़ता रहेगा।
लॉकडाउन से कुछ नहीं होगा, वैक्सीनेशन ही एकमात्र उपाय: SBI
SBI की 28 पेज की रिपोर्ट में बताया गया कि लोकल स्तर पर लॉकडाउन का कोई असर नहीं होने वाला है। इसलिए बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन ही कोरोना के खिलाफ जंग जीतने का एकमात्र उपाय है। अगर अभी से इसकी गणना करें, तो अप्रैल के दूसरे पखवाड़े से लेकर मई के मध्य तक इसका पीक हो सकता है। इससे पहले पिछले साल सितंबर के दूसरे हफ्ते में देश में कोरोना पीक पर था। उस वक्त रोजाना 90 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे थे।
अगले महीने से दिखने लगेगा लॉकडाउन का असर
आर्थिक संकेतकों पर फोकस करते हुए रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले हफ्ते से ही सूचकांकों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। आंशिक तौर पर या पूरी तरह से कुछ राज्यों में एहतियातन लॉकडाउन जैसे कदम उठाने का असर अगले महीने से दिखाई देने लगेगा। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों के अलावा मध्यप्रदेश में भी कई तरह के प्रतिबंध और लॉकडाउन किए जा रहे हैं।
कोरोना की दूसरी लहर समय से पहले आ गई : ICMR
हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, देश में बुधवार को पिछले 5 महीने में सबसे ज्यादा 53476 नए मामले सामने आए। मिनिस्ट्री के मुताबिक, देश के 18 राज्यों में कोरोना का डबल म्यूटेंट वैरिएंट पाया गया है। ICMR के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर समय से पहले आ गई है। इसलिए हम सबको सचेत रहने की जरूरत है। ज्यादा से ज्यादा टेस्ट कराए जाएं, मास्क लगाना आवश्यक है। साथ ही टीकाकरण जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए।