भोपाल। मध्यप्रदेश के आदिवासी क्षेत्र मंडला में पूरे अंचल के किसानों को आलू की खेती के बारे में प्रशिक्षण देने के लिए राष्ट्रीय आलू मेला सह प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते खुद आए थे लेकिन क्षेत्र के किसान केंद्रीय मंत्री का भाषण सुनने के लिए नहीं आए। मंत्री जी ने जब मंच से किसानों की खाली कुर्सियां देखी तो भड़क उठे।
दरअसल, मंडला में दो दिवसीय राष्ट्रीय आलू मेला सह प्रशिक्षण चल रहा है। इसी कार्यक्रम में भारत सरकार के आपात मंत्रालय में राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किए गए थे। जब केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते भाषण देने के लिए अपनी सीट से उठकर मंच पर पहुंचे तो उन्हें पंडाल में खाली कुर्सियां दिखाई दी। क्योंकि सभा में किसान थे ही नहीं।
खाली कुर्सियां देखकर केंद्रीय मंत्री का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजक अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अधिकारियों को सिर्फ खानापूर्ति के लिए कार्यक्रम का आयोजन नहीं करना चाहिए। जब कार्यक्रम में किसान ही नहीं है तो फिर यहां आए वैज्ञानिक किससे बात करेंगे और कैसे आलू की खेती के बारे में नई जानकारियां देंगे।