मध्य प्रदेश की तरफ एक और आंधी बढ़ रही है, पढ़िए कब तक पहुंचेगी - MP NEWS

Bhopal Samachar
भोपाल
। शुक्रवार को मध्य प्रदेश के 19 जिलों में बारिश हुई। कुछ जिलों में शनिवार को भी बारिश हो रही है। जबकि 4 जिलों में रविवार को बारिश होने की संभावना जताई गई है। मौसम विशेषज्ञों की रिपोर्ट है कि इस तरह की हवाएं मध्य प्रदेश की तरफ बढ़ रही हैं जो अगले 5 दिनों में तेज आंधी में बदल जाएंगी। लगभग 2 या 3 दिन तक कई इलाकों में आंधी के साथ बारिश आएगी।

मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए बताया है कि प्रदेश के पश्चिमी विक्षोभ सिस्टम बनने से मौसम में बदलाव की स्थिति आई है। इसके साथ ही राजस्थान और मध्य प्रदेश के तटीय इलाके पर हवा का एक बड़ा चक्रवात निर्मित हुआ है। जिससे पूर्वी मध्य प्रदेश की तरफ सिस्टम शिफ्ट होने की वजह से पूर्वी मध्य प्रदेश में भी बारिश के आसार जताए गए हैं।

रविवार को मध्य प्रदेश के इन जिलों में झमाझम के आसार

मौसम वैज्ञानिकों ने जिन जिलों में बारिश के आसार जताए हैं। उसमें रीवा, सागर, जबलपुर, शहडोल समेत आसपास के जिलों में झमाझम के आसार हैं। इसके बाद रविवार को एक बार फिर से मौसम साफ हो जाएगा। वहीं 16 और 17 मार्च को एक नए सिस्टम निर्मित होने के बाद मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है।

मध्य प्रदेश के 19 जिलों में बारिश हुई

पिछले 24 घंटे में मध्य प्रदेश के सागर में सबसे ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है इसके अलावा राजधानी भोपाल सहित दतिया, उमरिया, होशंगाबाद, जबलपुर, पचमढ़ी, गुना, शाहजहांपुर, ग्वालियर, नरसिंहपुर, मंडला, टीकमगढ़, राजगढ़, खजुराहो, इंदौर, खंडवा, रायसेन, दमोह और छिंदवाड़ा में भी बूंदाबादी रिकॉर्ड की गई है। 

मध्यप्रदेश में 18 मार्च को आंधी पानी का एक और दौर शुरू होगा

मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि 13 मार्च से 16 मार्च के बीच पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में दाखिल होने वाले हैं। जिसके बाद 18 मार्च को आंधी पानी का एक और दौर शुरू होगा। वहीं महाराष्ट्र के उत्तरी तट पर भी हवा का चक्रवात निर्मित हुआ है। इन तीन सिस्टम के कारण बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से होते हुए मध्य प्रदेश में हवाओं का प्रवाह तेज हुआ है। प्रदेश के तापमान में कमी महसूस की जा रही है। वहीं राजधानी समेत प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में बादल छाए रहेंगे। 

इसके साथ ही पूर्वी और पश्चिमी प्रदेश में गरज चमक के साथ बारिश होगी। कहीं कहीं ओलावृष्टि के भी आसार जताए गए हैं। बता दें कि ओलावृष्टि का सबसे ज्यादा नुकसान फसलों को होगा। गेहूं की फसल पूरी तरह से पक चुकी है। कई खेतों में कटाई का काम भी जारी है। अब ऐसे में बरसात और ओले गिरने के कारण फसल को भारी नुकसान पहुंच रहा है। इधर मौसम वैज्ञानिकों ने उम्मीद जताई है कि रविवार शाम के बाद मौसम में धीरे धीरे बदलाव दिखेंगे और मौसम साफ होगा।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!