MP WEATHER FORECAST MARCH 3rd WEEK
भोपाल। मध्य प्रदेश के किसान सावधान हो जाएं। एक साथ चार वेदर सिस्टम सक्रिय हो गए हैं। गुरुवार या शुक्रवार को मध्य प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में आंधी के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विशेषज्ञों का पूर्वानुमान है कि कई इलाकों में ओलावृष्टि होगी। फसल का नुकसान हो सकता है। इसलिए किसान सावधान रहें और जो भी संभव हो इंतजाम करें।
मध्य प्रदेश मौसम का पूर्वानुमान, 18-19 मार्च को ओलावृष्टि
मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में एक बार फिर तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ बारिश होने का दौर शुरू हो गया है। इस दौरान 18-19 मार्च को प्रदेश में कई स्थानों पर बरसात के साथ ओलावृष्टि होने की भी आशंका है। इससे गेहूं की पकी खड़ी फसल को नुकसान पहुंच सकता है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मौसम का मिजाज पांच दिन तक बिगड़ा रह सकता है। वर्तमान में सक्रिय चार वेदर सिस्टम के कारण मौसम के मिजाज में मंगलवार से तब्दीली आनी शुरू हो गई है।
मध्यप्रदेश में तेज हवा, हल्की बारिश और बादल आए
सागर और जबलपुर में हल्की बरसात भी हुई है। बुधवार से बारिश की गतिविधियों में और तेजी आने लगेगी। भोपाल, होशंगाबाद संभाग के जिलों में और सागर, छतरपुर में भी बारिश हो सकती है। गुरुवार-शुक्रवार को मध्यप्रदेश के अधिकांश स्थानों पर गरज-चमक के साथ बरसात होने की संभावना है। इस दौरान ओलावृष्टि भी होने के आसार हैं। इससे खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका है।
पाकिस्तान, कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान की हवाएं मध्यप्रदेश के आसमान में टकराएंगी
वर्तमान में कर्नाटक से दक्षिण-पश्चिमी मप्र तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बना हुआ है। इस सिस्टम के साथ निचले स्तर पर पूर्वी और ऊपरी हिस्से में पश्चिमी हवा का टकराव हो रहा है। पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत पर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इस सिस्टम के प्रभाव से राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। उत्तर-मध्य महाराष्ट्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इससे प्रदेश में बड़े पैमाने पर नमी आ रही है। इससे प्रदेश में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश होने लगी है। प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर दोपहर बाद बादल छाने लगे हैं।