भोपाल। इंदिरा गांधी के तीसरे बेटे, सोनिया गांधी के नजदीकी वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं में से एक मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ को एक और झटका लगा है। उन्हें कांग्रेस पार्टी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट से बाहर कर दिया गया है। जब कमलनाथ को पश्चिम बंगाल चुनाव में स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल किया गया था, तब उनके समर्थकों ने इसे बहुत बड़ी उपलब्धि बताया था।
बंगाल चुनाव के बहाने लाज बचाने की कोशिश
कमलनाथ के समर्थकों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कांग्रेस उम्मीदवारों का प्रचार करने के लिए असम जाएंगे। उनका पहला दौरा 25 मार्च को गुवहाटी का है। चूंकि दमोह में उपचुनाव की आचार संहिता लागू हो चुकी है। ऐसे में अब ज्यादा समय नहीं है, इसलिए कमलनाथ अब ज्यादा समय दमोह चुनाव के लिए देना चाहते हैं। कमलनाथ कैंप से आई इस दलील को लाज बचाने की कोशिश ही कहा जा सकता है क्योंकि मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के लगभग सभी नेता पश्चिम बंगाल के चुनाव में नियमित रूप से व्यस्त हैं और दमोह चुनाव को भी समय दे रहे हैं।
कमलनाथ को हटाकर मनीष तिवारी और सुबोध कांत सहाय को शामिल किया
कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पवन कुमार बंसल ने सोमवार 22 मार्च को जारी सूची में पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी को शामिल किया गया है। 12 मार्च को जारी की गई सूची में तिवारी का नाम नहीं था। बता दें, मनीष तिवारी G-23 की बैठक में शामिल हुए थे, इसलिए बैठक में शामिल किसी भी नेता को चुनार प्रचार की जिम्मेदारी नहीं दी गई थी, लेकिन अब उन्हें स्टार प्रचारक बना दिया गया है। इस सूची में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय को भी शामिल किया गया है।