भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान मंच से माफियाओं को मसल डालने वाले बयान काफी दमदार आवाज में देते हैं लेकिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा सख्त हिदायत दिए जाने के बावजूद मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार हत्या के मामले में फरार आरोपी गोविंद सिंह को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। बताया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट में जवाब पेश करने के लिए गृह मंत्रालय द्वारा एसटीएफ एडीजी विपिन महेश्वरी को दमोह भेजा गया है।
दमोह से खबर आ रही है कि एसटीएफ एडीजी विपिन महेश्वरी हत्या के मामले में फरार चल रहे पथरिया के गोविंद सिंह (विधायक विधायक रामबाई सिंह परिहार का पति) को गिरफ्तार करने के लिए भोपाल से दमोह पहुंचे। सूत्रों का कहना है कि गोविंद सिंह की गिरफ्तारी के लिए पथरिया के दो सिपाही ही काफी हैं लेकिन पॉलीटिकल प्रेशर होने के कारण एसपी तक को दबाव में आना पड़ता है।
सुप्रीम कोर्ट ने शिवराज सिंह सरकार की योग्यता पर सवाल उठाए थे
पीड़ित पक्ष की ओर से प्रस्तुत याचिका पर कार्रवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश के डीजीपी को आदेशित किया था कि वह पथरिया के गोविंद सिंह को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश करें परंतु ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि देश कानून से चलता है, जंगल राज नहीं है। जस्टिस एमआर शाह ने टिप्पणी करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश सरकार को यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि वह संविधान के हिसाब से शासन करने में समर्थ नहीं है।