सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले के रामपुर बघेलान थाने में सब इंस्पेक्टर विक्रम पाठक और आरक्षक आशीष सिंह ने सरेंडर कर दिया है। एसआई पाठक पर आरोप है कि उन्होंने 5 महीने पहले सिंहपुर थाने में चोरी के संदेह में हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार पिछले 5 महीने से दोनों फरार थे। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी परिणाम घोषित किया हुआ था। बैंक अकाउंट सीज कर दिए गए थे।
हिरासत में लिए गए व्यक्ति के माथे पर गोली मारी गई थी
सतना के सिंहपुर थाना के मालखाने में 27 सितंबर 2020 को रात ग्राम नारायणपुर निवासी राजपति कुशवाहा की माथे पर गोली लगने से मौत हो गई थी। गोली थाना प्रभारी रहे विक्रम पाठक की सर्विस पिस्टल से चली थी। गोली लगने के बाद राजपति कुशवाहा को सिंहपुर से सतना के बिरला अस्पताल और फिर वहां से भी रीवा मेडिकल कालेज खुद पुलिस ही ले गई थी। इधर सुबह होते ही सिंहपुर थाना में बवाल मच गया था।
उग्र विरोध प्रदर्शन के बाद सतना एसपी को हटा दिया गया था
ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। पथराव के बाद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दाग गए और लाठीचार्ज भी किया गया था। बेहद तनावपूर्ण माहौल के बीच सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा धरने पर बैठ गए और सिंहपुर में हुए कांड की चिंगारी राजधानी भोपाल तक जा पहुंची थी। शासन ने तब सतना के एसपी रहे रियाज इकबाल को सतना से हटाने का आदेश जारी कर दिया।
FIR के बाद फरार हो गए थे सब इंस्पेक्टर व कांस्टेबल
मामला बढ़ने पर सिंहपुर थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर विक्रम पाठक और आरक्षक आशीष सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद से ही दोनों फरार हो गए थे। इधर पुलिस रिकॉर्ड में दोनों के बैंक खाते सीज कर दिए गए थे और गिरफ्तारी परिणाम घोषित किया गया था। उधर दोनों अपनी अग्रिम जमानत के लिए हाई कोर्ट तक कोशिश कर चुके थे। जब कहीं से जमानत नहीं मिली तो दोनों ने सरेंडर कर दिया।