Madhya Pradesh weather report and forecast
भोपाल। मध्य प्रदेश में किसानों के लिए बुरी खबर है। कुदरत के हमले में घायल किसानों को फिलहाल कोई राहत नहीं मिलेगी। मौसम विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि चारों तरफ से घिरकर आए बादल मध्य प्रदेश के आसमान पर बने रहेंगे और कई इलाकों में ओलावृष्टि, वज्रपात, आंधी और बारिश जारी रहेगी। उल्लेखनीय है कि पिछले 7 दिनों में मध्यप्रदेश में ओलावृष्टि के कारण 6 से अधिक नागरिकों की मौत हो चुकी है।
24 मार्च तक छाए रहेंगे 'संकट के बादल'
मौसम विभाग का कहना है कि अभी प्रदेश में एक साथ 3 सिस्टम एक्टिव हैं और उत्तर भारत में एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ आ रहा हैं, जिसके चलते बड़े पैमाने पर अरब सागर से नमी आ रही है। इससे प्रदेश के मौसम भी बदलाव आया है और प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि का दौर जारी है। मौसम विभाग के मुताबिक होली के कुछ दिनों पहले तक 23-24 मार्च तक प्रदेश का मौसम इसी तरह का रहने का अनुमान है। 23-24 मार्च के बाद पश्चिमी विक्षोभ का असर धीरे-धीरे कम होने और मौसम साफ होने का अनुमान मौसम विभाग ने जताया है।
राजगढ़ जिले में ओलावृष्टि से काफी नुकसान
बता दें कि शुक्रवार को राजगढ़ जिले के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। जिले के भाटपुरा, फतेहपुर, जोगीपुरा, सतनखेड़ी, फूलखेड़ी, देवझिरी, मोतीपुरा, मनोहरपुरा, धामनियाजोगी सहित अन्य गांवों में जमकर ओलावृष्टि हुई थी। फतेहपुर और भटपुरा गांव में इतने ओले गिरे थे कि लोग जब चल रहे थे तो पैर उनके ओले के अंदर जा रहे थे। जालपा मंदिर से लेकर खिलचीपुर रोड पर स्थित फूलखेड़ी गांव के पास इतनी ज्यादा ओलावृष्टि हुई थी कि जयपुर-जबलपुर हाईवे कश्मीर और हिमालय के हाईवे जैसा नजर आने लगा था।
रविवार को इन इलाकों में आफत की आंधी
प्रदेश के रीवा संभाग के जिलों के साथ साथ ही बैतूल, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, धार, खरगौन, सिवनी, बालाघाट, इंदौर, छिंदवाड़ा और भोपाल में बारिश की संभावना है। इस दौरान कई जगहों पर 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं और बिजली भी कड़केगी, इसके साथ ही कई जगहों पर ओलावृष्टि की संभावना भी है।