भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रोफेशनल
एग्जामिनेशन बोर्ड, मध्य प्रदेश द्वारा आयोजित कृषि विकास अधिकारी भर्ती परीक्षा
में टॉप 10 उम्मीदवारों पर उठ रहे सवालों की जांच की जाएगी। उल्लेखनीय है कि इस
मामले को भोपाल समाचार ने सबसे पहले और प्रमुखता से उठाया था।
मध्य प्रदेश कृषि विकास अधिकारी भर्ती परीक्षा के टॉपर्स की जांच होगी: सीएम शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बयान दिया है कि 'कृषि विकास अधिकारी के पद के
लिए व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा ली गई परीक्षा में शीर्ष दस स्थान पाने वाले
परीक्षार्थियों के समान अंक होने का मामला मेरे संज्ञान में आया है। मैंने इस
मामले की विस्तृत जाँच के आदेश अधिकारियों को दे दिए हैं।
कृषि विकास अधिकारी के पद के लिए व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा ली गई परीक्षा में शीर्ष दस स्थान पाने वाले परीक्षार्थियों के समान अंक होने का मामला मेरे संज्ञान में आया है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 4, 2021
मैंने इस मामले की विस्तृत जाँच के आदेश अधिकारियों को दे दिए हैं।
एक जाति, एक क्षेत्र, एक परीक्षा केंद्र, एक कॉलेज, सभी के प्राप्तांक समान, गलतियां भी समान: घोटाला ही है
प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड, मध्य प्रदेश के अधिकारियों ने इस मामले को एक इत्तेफाक करार दिया था परंतु दिनांक 22 फरवरी 2021 को प्रमुखता से प्रकाशित की गई न्यूज़ (MPPEB कृषि अधिकारी भर्ती परीक्षा में घोटाले का आरोप) में आपत्ति करने वाले उम्मीदवारों ने एक-एक बिंदु स्पष्ट कर दिया था। इसी न्यूज के आधार पर भारत के तमाम प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों ने अपने अपने नजरिए से न्यूज बनाई और पूछताछ की।
जब दो या दो से अधिक परीक्षार्थियों के प्राप्तांक समान हो और उन की उत्तर पुस्तिका में गलतियां भी समान हो तो प्राइमरी का मास्टर भी बता सकता है कि यह खुली नकल का मामला है। या फिर उत्तर पुस्तिकाएं किसी और से लिखवाई गई है।