MPPSC 2021 PRELIMS: What is transistor and how it works
यह तो हम सब जानते हैं कि हमारी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में कई प्रकार के कंपोनेंट जैसे- प्रतिरोधक, ट्रांसिस्टर, कैपेसिटर, डायोड, इंडक्टरस, ट्रांसफॉमर्स आदि पाए जाते हैं। आज हम यहाँ बात करेंगे ट्रांसिस्टर्स या अर्धचालक की जिसका उपयोग हम रोज ही करते हैं। ट्रांजिस्टर का उपयोग मुख्य रूप से प्रवर्धक की तरह होता है जो कि किसी सिग्नल को आवर्धित या बड़ा कर देता है। इसका उपयोग हम amplifier, regulator, signal Modulator आदि में करते हैं।
ट्रांजिस्टर: चालक या अर्धचालक या अतिचालक
Transistor : Conductor Or Semiconductor Or Superconducto
ट्रांसिस्टर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो अर्धचालक पदार्थ (Semiconductor material) से बनी होती है और जो इलेक्ट्रिक पावर को एंपलीफाय (बढ़ाने) करने में काम में आती है। जानना जरूरी है कि यह डिवाइस सिलिकॉन की बनी होती है।
इलेक्ट्रॉनिक्स में चालक, अचालक, अर्धचालक और अतिचालक क्या होता है!!
चालक (conductors) - ऐसे पदार्थ जो अपने अंदर से विद्युत धारा को आसानी से प्रवाहित होने देते हैं, चालक कहलाते हैं जैसे - लोहा, तांबा आदि।
अचालक ( Nonconcuctor Or Badconductors)- ऐसे पदार्थ जो अपने अंदर से विद्युत धारा को प्रवाहित नहीं होने देते और अचालक कहलाते हैं जैसे प्लास्टिक, कांच आदि।
अर्धचालक ( Semiconductors) - ऐसे पदार्थ जिनकी विद्युत चालकता चालकों से कम और अचालकों से अधिक होती है, अर्धचालक कहलाते हैं जैसे - सिलिकॉन, जर्मेनियम आदि।
• हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में काम में आने वाली चिप (chip) सिलिकॉन से बनी होती है।
• बेंगलुरु को Silicon Valley कहा जाता क्योंकि यहां आईटीहब (Information Technology Hub) है जहां सबसे ज्यादा सिलिकॉन चिप बनायी जाती हैं।
अतिचालक (Superconductors) - ऐसे पदार्थ जिन का विद्युत प्रतिरोध शून्य होता है, अतिचालक कहलाते हैं।
जैसे- 4.2 K ताप पर पारा अतिचालक बन जाता है।