इंदौर। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्यसेवा मुख्य परीक्षा 2019 से पहले अचानक कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ जाने के कारण व्यवस्थाओं में परिवर्तन किया जा रहा है। एमपीपीएससी मैनेजमेंट ने डिसाइड किया है कि ऐसे उम्मीदवार जो कोविड-19 पॉजिटिव है, उन्हें भी मुख्य परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जाएगा। फिलहाल फाइनल नहीं हुआ है कि परीक्षा केंद्र में उनके लिए अलग से कक्ष बनाया जाएगा या फिर उनका परीक्षा केंद्र ही अलग कर दिया जाएगा।
21 मार्च को पीएससी मुख्य परीक्षा आयोजित की जाएगी। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, रतलाम, शहडोल, छिंदवाड़ा और सतना में कुल 29 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। सबसे ज्यादा 13 परीक्षा केंद्र इंदौर में बनाए गए हैं। कुल 10 हजार 767 उम्मीदवारों को पीएससी प्रारंभिक परीक्षा के अंकों के आधार पर मुख्य परीक्षा में शामिल होने का मौका मिल रहा है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते आयोग शारीरिक दूरी के पालन से लेकर अन्य एहतियातन उपाय परीक्षा केंद्रों पर कर रहा है।
पीएससी के परीक्षा नियंत्रक प्रो.एमएल जैन के अनुसार आयोग कोविड-19 पॉजिटिव उम्मीदवारों के लिए परीक्षा में शामिल होने की विशेष व्यवस्था पर विचार कर रहा है। प्रशासन के साथ इस संबंध में चर्चा चल रही है। जल्द ही इस संबंध में निर्णय लेकर दिशा निर्देश जारी किए जा सकते हैं। आयोग का मानना है कि कोई भी उम्मीदवार परीक्षा से वंचित न रहे।
MPPSC राज्यसेवा मुख्य परीक्षा 2019 की गाइडलाइन
पीएससी मुख्य परीक्षा आफलाइन पद्धती से पेन-पेपर के जरिए ही होगी। परीक्षा के लिए केंद्रों पर शारीरिक दूरी से लेकर मास्क व सैनेटाइजर अनिवार्य किए गए हैं। उम्मीदवारों को निर्देश दिया गया है कि 10 बजे से शुरू होने वाली परीक्षा के लिए नौ बजे से केंद्रों में प्रवेश देना शुरू कर दिया जाएगा। इससे पहले सुरक्षा जांच होगी। लिहाजा उम्मीदवार एक से डेढ़ घंटे पहले केंद्र पर रिपोर्ट करें। उम्मीदवार प्रवेश पत्र के साथ अपना मान्य पहचान पत्र लेकर पहुंचे। साथ ही घड़ी, एसेसरीज, फुल बांह के कपड़े व जूते पहनकर परीक्षा केंद्र पर आने की मनाही की गई है।