भोपाल। रतलाम मेडिकल कॉलेज के मैनेजमेंट पर गंभीर आरोप लगा है। कोरोनावायरस से संक्रमित एक मरीज की मौत के बाद उसके परिवार के लोगों ने मरीज की मौत से पहले की कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि डॉक्टरों ने उनका इलाज बंद कर दिया था जिससे उनकी मौत हो गई। परिवार जनों के हंगामे के बाद स्थानीय जिला प्रशासन ने मामले की जांच कराने का आश्वासन देकर प्रदर्शनकारियों को वापस भेजा।
गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर बीते 2 दिनों में मरीजों का इलाज नहीं करने का तीसरा आरोप है। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता की मौत के मामले में भी उनके परिजनों ने इलाज नहीं करने का आरोप लगाया था। ताजा मामले में कनकमल बोथरा (73) को कोरोना संक्रमित होने पर मेडिकल कॉलेज के ICU वार्ड में 24 मार्च को भर्ती करवाया गया था। 26 मार्च को मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव आ गई थी। शुक्रवार देर रात परिजन के पास बुजुर्ग मरीज का फोन आया था कि उनका इलाज डॉक्टरों ने बंद कर दिया है। इसके बाद शनिवार सुबह परिजन को बुजुर्ग व्यक्ति की मौत की सूचना मिली है।
डॉक्टरों द्वारा परिजन को संतोषजनक जवाब नहीं दिए जाने से वे भड़क गए और 2 घंटे तक मेडिकल कॉलेज के गेट पर परिजनों का विलाप जारी रहा। वहीं मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा इस मामले में किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई है। इसके बाद शहर तहसीलदार मौके पर पहुंची और मामले की जांच करवाने का आश्वासन देकर परिजनों को रवाना किया।