ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में एक 9 साल के छात्र का सोमवार दोपहर अपहरण हो गया था। सनसनी उस समय फैल गई जब शाम को छात्र के पिता पर 5 लाख रुपए की फिरौती का कॉल पहुंचा। अपहरण और फिरौती के कॉल का पता चलते ही पुलिस हरकत में आई।
घटना जनकगंज के हारकोटा सीर की है। तत्काल जनकगंज थाना पुलिस, क्राइम ब्रांच को पड़ताल में लगाया। जिस नंबर से फिरौती के लिए कॉल किया था। उसे ट्रैस करते हुए पुलिस रात 11 बजे बच्चे तक पहुंच गई। बच्चे को मुक्त कराने के बाद तीन अपहरणकर्ता भी पकड़े हैं। इनमें से एक SAF से रिटायर्ड जवान बताया गया है। फिलहाल पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस थोड़ी भी देर कर देती तो बच्चे की जान पर भी बन आती।
जनकगंज थानाक्षेत्र स्थित हारकोटा सीर निवासी जीतू उर्फ जितेन्द्र सिंह कुशवाह डेकोरेशन का काम करते हैं। उनके दो बच्चे एक बेटा व बेटी है। उनका 9 वर्षीय बेटा क्रिश सोमवार दोपहर 3 बजे कोल्डड्रिंक लेने के लिए निकला था। इसके बाद वह घर ही नहीं लौटा। जब काफी देर हो गई तो परिजन ने उसकी तलाश शुरू की। शाम को जब 7 बजे जब परिजन जनकगंज थाना शिकायत करने जा रहे थे तभी छात्र के पिता पर कॉल आया।
कॉल करने वाले ने सीधे कहा कि अपने इकलौते बेटे को जिंदा देखना चाहता है तो 5 लाख रुपए इंतजाम कर ले, नहीं को उसे हमेशा के लिए भूल जा। इस कॉल के बाद जितेन्द्र घबरा गया। उसने सीधे जनकगंज थाना पहुंचकर मामले की सूचना दी। बच्चे के अपहरण और फिरौती के लिए कॉल आने का पता चलते ही पुलिस हरकत में आ गई। खुद SP अमित सांघी ने पूरे मामले को संभाला है। इस मामले में तत्काल फिरौती के लिए आए पहले कॉल को सुराग मानकर तलाश शुरू की गई। साथ ही बच्चा जिस रूट पर सामान लेने गया था वहां CCTV कैमरों की तलाश की गई। फिरौती के लिए आने वाले कॉल और CCTV फुटेज से पुलिस का सुराग पर सुराग मिलते गए।
नंबर की लास्ट लोकेशन गुढ़ा गुढ़ी का नाका पर एकता कॉलोनी के पास आ रही थी। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर मोहन कुशवाह उर्फ मोनू को वहां से उठाया और कुछ ही देर में बच्चा बरामद कर लिया। इसके बाद पूछताछ की गई तो दो नाम और पता लगे 60 वर्षीय किशन पाल और दामोदर कुशवाह। इसमें किशनपाल को SAF से रिटायर्ड जवान बताया गया है। पुलिस ने तीनों अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर बच्चे को मुक्त करा लिया है। आरोपियों ने जुर्म कुबूल कर लिया है।
बच्चा जब बाजार के लिए निकला था तो उसे मोनू साइकिल से रास्ते में मिला। उसने बच्चे को लालच दिया कि वह उसे चॉकलेट दिलाएगा। इसके बाद वह उसे अपने साथ साइकिल पर बैठाकर ले गया। घर के पास ही लगे एक CCTV कैमरे में साइकिल सवार बच्चे को ले जाता दिख रहा है। इसी आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंची।