सीधी। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में राजस्व अभिलेख सुधार के बदले दो हजार रुपए की रिश्वत तहसीलदार ने मांगी। फरियादी जब तहसीलदार को रुपए देने लगा तो उसने कहा कि बाबू को दे दो। फरियादी ने जैसे ही बाबू को दो हजार रुपए दिए लोकायुक्त की टीम ने दोनों को दबोच लिया।
मध्यप्रदेश के सीधी जिले में लोकायुक्त पुलिस ने तहसीलदार सहित बाबू को 2 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है। तहसीलदार ने राजस्व रिकार्ड सुधारने के एवज में रिश्वत मांगी थी। बिना पैसे लिए आरोपी अधिकारी काम नहीं कर रहे थे। परेशान होकर पीड़ित ने मामले की शिकायत लोकायुक्त एसपी रीवा से की। एसपी लोकायुक्त ने शिकायत की जांच कराई तो सही पाई गई।
इसके बाद आरोपियों को पकड़ने का दिन शुक्रवार तय किया गया। पीड़ित ने तहसीलदार को रुपए देने की कोशिश की तो तहसीलदार ने कह दिया कि बाबू को दे दो। रकम देते ही बाबू को लोकायुक्त पुलिस ने रंगेहाथ दबोच लिया। रीवा लोकायुक्त की 20 सदस्यीय टीम ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज करते हुए कार्रवाई जारी रखी है।
आरोपी तहसीलदार लक्ष्मण प्रसाद पटेल पिता स्व. रामगोपाल पटेल (54) तहसील कार्यालय रामपुर नैकिन जिला सतना हाल निवास डॉक्टर कालोनी रामपुर नैकिन ने शिकायतकर्ता से रिश्वत की रकम मांगी थी। पीड़ित शिवकुमार गौतम पिता राघव प्रसाद गौतम (61) निवासी ग्राम/पोस्ट रघुनाथपुर तहसील रामपुर नैकिन से भूमि के अभिलेख सुधार से संबधित प्रतिवेदन एसडीएम की ओर भेजने के एवज में 2000 रूपए रिश्वत की मांग की गई थी।
शुक्रवार की दोपहर आरोपी तहसीलदार द्वारा शिकायतकर्ता को रिश्वत के 2000 रुपए अपने बाबू देवेंद्र कुमार पिता हीरामणि कोरी (45) सहायक वर्ग 3 निवासी ग्राम सेरडीह पोस्ट झूंसी इलाहाबाद हाल निवास डॉक्टर कालोनी रामपुर नैकिन को देने को कहा। जैसे ही शिवकुमार गौतम ने बाबू देवेंद्र कुमार को दो हजार रुपए दिए, वैसे ही लोकायुक्त ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड लिया। यह कार्रवाई लोकायुक्त उप पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार के मार्गदर्शन में निरीक्षक डीएस मरावी के नेतृत्व में 20 सदस्यीय टीम ने की है।