इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में व्यंकटेश नगर निवासी अरविंद सोनी की हत्या के मामले में खुड़ैल थाना पुलिस ने मुख्य आरोपित कृष्णा उर्फ कृष्णकांत उर्फ केके मालवीय व रोहित उर्फ डान को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में शिप्रा थाने के सिपाही सौरभ श्रीवास्तव की भूमिका भी स्पष्ट हो गई।
सिपाही और कृष्णा के चचेरे भाई रवि ने भी अरविंद की पिटाई की थी। पुलिस ने हत्या, हत्या के षड्यंत्र के आरोप में चारों की गिरफ्तारी दर्शाई है। डीएसपी (मुख्यालय) अजय वाजपेयी के मुताबिक, सराफा व्यवसायी के 36 वर्षीय बेटे अरविंद की शुक्रवार रात खुड़ैल थाना क्षेत्र स्थित सनावदिया में लाश मिली थी। अरविंद कालानी नगर स्थित एक मेडिकल दुकान पर नौकरी करता था। भाई अभिषेक ने बताया कि अरविंद को उसका दोस्त कृष्णा मालवीय लेकर गया था।
कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने शनिवार शाम कृष्णा के चचेरे भाई रवि पुत्र प्रकाश मालवीय को कंपेल से हिरासत में लिया। उसने अरविंद की हत्या करना कुबूला और बताया कि कृष्णा ने गंगागोया डेम स्थित खेत पर पार्टी रखी थी। इसमें सिपाही सौरभ, रोहित उर्फ डान भी शामिल थे। कृष्णा ने अरविंद से उधार दिए छह लाख 90 हजार रुपये मांगे तो विवाद हुआ और चारों ने मिलकर डंडे से उसकी पिटाई कर दी। पुलिस ने मंगलवार दोपहर कृष्णा और रोहित को भी गिरफ्तार कर लिया। कृष्णा ने सौरभ के शामिल होने की पुष्टि कर दी। देर शाम पुलिस ने सिपाही सौरभ को भी हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
मंगलवार दोपहर एएसपी (पश्चिम-2) डा. प्रशांत चौबे आरोपितों से पूछताछ करने पहुंचे। कृष्णा ने बताया कि अरविंद ने अलग-अलग बार में करीब पांच लाख 50 हजार रुपये उधार लिए थे। उसने दूसरों को भी रुपये दिलवाए थे। कुल मिलाकर छह लाख 90 हजार रुपये लेने बाकी थे। वह हत्या का षड्यंत्र रचकर ही उसे पार्टी के बहाने ले गया था। दोपहर को कृष्णा की पत्नी मिताली द्वारा भेजा खाना खाया। रात में सौरभ को भी बुला लिया और पांचों ने तीन बोतल शराब पी ली। नशे में अरविंद से हिसाब करने का बोला तो उसने कहा कि पापा दिनेश सोनी से बात करनी पड़ेगी।
कुछ देर बाद अरविंद का भाई अभिषेक एरोड्रम थाने पहुंच गया और एसआइ बलराम से बात करवा दी। इससे बात बिगड़ गई और रवि, रोहित ने अरविंद की पिटाई शुरू कर दी। सौरभ और कृष्णा ने भी डंडे जड़े। पेट और गुप्तांग में लगने पर आरोपित घबरा गए और रात में दर्द की दवाई लेकर आए। सुबह करीब पांच बजे रवि ने अरविंद से विवाद किया और दोबारा डंडे से पीटा। दूसरे दिन सुबह करीब 9.30 बजे उसे स्कूटर पर लेकर रवाना हुए तो रास्ते में दम तोड़ दिया। निढाल होकर कृष्णा पर गिरने लगा तो रास्ते में ही पटककर भाग गए। करीब एक घंटे बाद अभिषेक को काल कर कहा कि अरविंद ठेके पर पड़ा है।
पुलिस के मुताबिक, बंगाली चौराहे से कृष्णा और रोहित रिक्शा से अरविंद को देखने पहुंचे। जब तक पुलिस पहुंच चुकी थी। आरोपित डरकर लौट आए और सिपाही सौरभ को पूरी घटना बताई। सौरभ मौके पर पहुंचा और खुड़ैल पुलिस से जानकारी ली। उसने कृष्णा को बताया कि अरविंद मर गया है, तुम लोग भाग जाओ। इसके बाद कृष्णा और रोहित भोपाल भाग गए। पुलिस भोपाल पहुंची तो मोबाइल बंद कर कोटा होते हुए जयपुर चले गए। डीएसपी के मुताबिक आरोपितों से स्कूटर, मोबाइल और डंडे जब्त कर लिए हैं।
डीआइजी मनीष कपूरिया ने एरोड्रम थाने के टीआइ राहुल शर्मा और एसआइ बलराम की भूमिका की जांच के आदेश दिए हैं। दोनों पर आरोप है कि अरविंद के स्वजन द्वारा सूचना देने के बाद भी गंभीरता नहीं दिखाई। टीआइ ने स्वजन को एसआइ के पास भेज दिया, जबकि एसआइ ने आरोपित से चर्चा की और गुमशुदगी दर्ज कर अरविंद के स्वजन को रवाना कर दिया।