जबलपुर। कोरोना मरीजों के साथ अस्पताल की लापरवाही रुकने का नाम नहीं ले रही। शहर के शुभम हाॅस्पिटल में सोमवार को एक महिला की मौत पर परिजनों ने हंगामा कर दिया। आरोप है, एक घंटे तक गुल रही बिजली के दौरान ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने से महिला की मौत हुई है। वहीं, अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि जनरेटर चालू किया, लेकिन वह लोड नहीं ले पाया।
जानकारी के अनुसार कालीमठ आमनपुर निवासी शुगर बाई (60) को उनके दामाद कांचघर निवासी हेमंत श्रीवास ने 20 दिन पहले शुभम हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। हेमंत के मुताबिक उनकी सास को कोरोना था। हालांकि हॉस्पिटल में उन्हें ऑक्सीजन लगा था। सोमवार शाम करीब 6.40 बजे के अचानक लाइट चली गई। इसके बाद वहां भर्ती उसकी सास समेत अन्य मरीज तड़पने लगे। शुगर बाई का पल्स गिरने लगा। दो मिनट में मौत हो गई, जबकि लाइट जाने से पहले वह अच्छी थीं। अस्पताल ने जनरेटर चलाने की कोशिश की, पर वह लोड ही नहीं ले पाया।
इसी अस्पताल में भर्ती रामगोपाल सोनी (70) के परिजन सोमेश सोनी ने भी अस्पताल पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। कहा कि ऑक्सीजन ब्लैक से बेची जा रह है। ऑक्सीजन के दो हजार रुपए लिए जा रहे हैं। मेरे मरीज के नाम पर रेमडेसिविर इंजेक्शन आवंटित हुआ, लेकिन उसे किसी और को बेच दिया गया। मैंने एसडीएम से भी शिकायत की है। खबर पाकर मौके पर एसडीएम आशीष पांडे भी पहुंचे। मीडिया कर्मियों से दूरी बनाते हुए वह सीधे अंदर चले गए। लौटने पर बताया कि वह रेमडेसिविर इंजेक्शन की जांच करने आए हैं। महिला की लापरवाही हुई मौत के सवाल पर कन्नी काट गए।