मात्र ₹400000 की पूंजी से 10 सालों में 1.30 लाख करोड़ रुपए बनाने वाले सचिन बंसल अब अपना बैंक खोलने जा रहे हैं। उन्होंने अपनी फर्म चैतन्य इंडिया फाइनेंस के नाम से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में प्राइवेट बैंक खोलने के लिए आवेदन दिया है।
4 लाख के स्टार्टअप को 20 अरब डॉलर का बना चुके हैं बंसल
सचिन बंसल की चर्चा यूं ही नहीं होती है, बल्कि उन्होंने काम ही इतने बड़े किए हैं कि उनका जिक्र अपने आप हो जाता है। सचिन बंसल ने 2007 में 4 लाख लाख रुपयों के साथ फ्लिपकार्ट को एक स्टार्टअप के तौर पर शुरू किया था। 2018 में जब वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट में 77 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी, तब तक फ्लिपकार्ट की कीमत 20 अरब डॉलर यानी करीब 1.30 लाख करोड़ रुपये हो चुकी थी।
पहले भी कर चुके हैं बैंकिंग लाइसेंस लेने की कोशिश
जब सचिन बंसल ऑनलाइन शॉपिंग की दुनिया में नाम कमा रहे थे, उसी दौरान वह बैंकिंग में पैर जमाने की कोशिशों में भी लगे थे। पिछले ही साल उन्होंने चैतन्य इंडिया को 739 करोड़ रुपये में खरीदा था। चैतन्या इंडिया के जरिए वह पहले भी बैंकिंग लाइसेंस हासिल करने की कोशिश कर चुके हैं और इस बार उनका बैंकिंग सेक्टर में घुसने का सपना पूरा होता सा दिख रहा है।
फ्लिपकार्ट के फाउंडर सचिन बंसल की सफलता की कहानी
5 अगस्त 1981 में चंडीगढ़ की बिजनस फैमिली में जन्मे सचिन बंसल ने आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई की और 2005 में कंप्यूटर इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। कुछ महीने तक टेकस्पैन के लिए काम करने के बाद वह 2006 में ऐमजॉन वेब सर्विसेस में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की तरह काम करने लगे, लेकिन मन नहीं लगा। 2007 में उन्होंने ऐमजॉन को अलविदा कह दिया और अपना बिजनस शुरू किया। शुरुआत में उन्होंने बिन्नी बंसल के साथ मिलकर एक ऑनलाइन बुकस्टोर शुरू किया, जो ऐमजॉन जैसा बुक स्टोर ही था, जहां से लोग किताबें ऑर्डर करते थे ऐमजॉन की तरह की फ्लिपकार्ट किताबें डिलीवर करता था। धीरे-धीरे फ्लिपकार्ट अलग-अलग सेगमेंट्स में भी उतरता चला गया और उसकी वैल्यू भी बढ़ती गई।