भोपाल। कोरोनावायरस की दूसरी लहर के कारण चारों ओर त्राहि-त्राहि का माहौल है। डॉक्टरों पर मरीजों की हत्या और उनके अंगों की तस्करी का आरोप लग रहा है। जनता सरकार से और अपने नेताओं से सवाल पूछ रही है। इस सबके बीच मध्य प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर गोपाल भार्गव ने अपने व्यक्तिगत खर्चे पर 70 बेड का कोविड केयर सेंटर शुरू कर दिया है। यह अच्छा काम उसी मध्यप्रदेश में हुआ है जिसमें महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया और राजा दिग्विजय सिंह और कांग्रेस पार्टी के मर्यादा पुरुषोत्तम कमलनाथ ने पीड़ितों के लिए अपनी जेब से ₹1 खर्च नहीं किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बात ही क्या करना, वह तो महामारी के समय योग से रोग भगाने का विज्ञापन सरकारी खर्चे पर जारी कर रहे हैं।
वृद्धाश्रम के खाली पड़े हॉल में सेंटर शुरू किया, सारे खर्चे खुद कर रहे हैं
उन्होंने कोविड केयर सेंटर खोलने के साथ एमडी योग्यता वाले डाक्टर की नियुक्ति के लिए विज्ञापन दिया है। उसे 200000 रुपये मासिक तनख्वाह वे खुद देंगे। उन्होंने अपने गृह जिले सागर के गढ़ाकोटा में पांच दिन पहले वृद्धाश्रम के एक हाल में अपने खर्च पर यह सेंटर शुरू किया है। अभी यहां दो MBBS डाक्टर काम कर रहे हैं। एक शासकीय सेवा में हैं, उसकी ड्यूटी यहां लगवाई गई है तो दूसरे डाक्टर की सेवाएं निजी तौर पर ली गई हैं। उसका 40 हजार रुपये मासिक वेतन भार्गव ही देंगे।
मरीजों के बेहतर इलाज के लिए एमडी योग्यता वाले डाक्टर की तलाश चल रही है। भार्गव ने बताया कि जब संक्रमण खत्म हो जाएगा तब उस डाक्टर के पुनर्वास की अन्य व्यवस्था भी की जाएगी। उसे वेतन के साथ रहने-खाने और वाहन की सुविधा भी रहेगी। कोविड केयर सेंटर में मरीजों को नाश्ता और दो समय का भोजन निशुल्क दिया जा रहा है। सारा खर्च भार्गव ही उठा रहे हैं। अभी तक छह लोग सेंटर से स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।
रैली विधानसभा के लोगों के लिए जांच और इलाज सब कुछ निशुल्क
गोपाल भार्गव और उनके पुत्र अभिषेक द्वारा रहली विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए गोपालजी हेल्पलाइन 18002572100 शुरू की है। इसके माध्यम से सीटी स्कैन की निशुल्क सुविधा दी जा रही है। गढ़ाकोटा से भोपाल तक के लिए एंबुलेंस सेवा भी मुहैया कराई जा रही है।
भोपाल में सरकारी बंगले के सारे कक्ष विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए खोले
भार्गव के भोपाल स्थित शासकीय आवास में शयनकक्ष को छोड़कर सभी कक्ष उनके क्षेत्रवासियों के लिए खोल दिए गए हैं। भोपाल में इलाज कराने वालों के लिए यहां ठहरने और भोजन की व्यवस्था की गई है। संक्रमण को देखते हुए रसोईघर बंद है पर आटा, चावल, दाल, सब्जी और चाय की सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।
संकट के समय अच्छे काम करने की भी प्रतिस्पर्धा होना चाहिए: गोपाल भार्गव
कोरोना में लोगों की मदद के लिए व्यक्तिगत स्तर पर व्यवस्थाएं की गई हैं। राजनीति में तो बहुत प्रतिस्पर्धा होती है, संकट के समय अच्छे काम करने की भी प्रतिस्पर्धा हो। लोग और बेहतर काम करके लोगों को फायदा पहुंचाएं तो संकट जल्दी समाप्त हो जाएगा।
-गोपाल भार्गव, मंत्री, लोक निर्माण विभाग, मप्र