भोपाल। मध्यप्रदेश में सरकारी मान्यता प्राप्त भगवान (डॉ एवं स्वास्थ्य कर्मचारी) पता नहीं क्या-क्या कर रहे हैं। हर रोज शिकायतें आ रही हैं। हंगामा होता है तो जांच की बात भी की जाती है परंतु कभी कोई आरोप सही प्रमाणित नहीं होता। शायद इस मामले में भी कुछ नहीं होगा लेकिन जनता को बताना जरूरी है कि सर्वाधिक संक्रमित जिलों में से एक बैतूल में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने 70 वर्षीय वृद्ध महिला को एक साथ कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगा दिए।
एक के बाद एक दोनों डोज लगा दिए, सवाल किया तो अस्पताल भेज दिया
बैतूल की लोकल मीडिया में प्रकाशित एवं प्रसारित समाचारों के अनुसार टिकारी के प्रताप वार्ड में रहने वाली 70 वर्षीय सयाबाई को उनके परिजन सोमवार को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए ITI केंद्र पर पहुंचे। सयाबाई के पुत्र रघुनाथ डोंगरे ने बताया कि महिला स्वास्थ्यकर्मी ने मां को कोरोना वैक्सीन का एक टीका लगाया और उसके तत्काल बाद ही दूसरा भी लगा दिया। जब एक साथ दूसरा टीका लगाने का कारण पूछा तब स्वास्थ्यकर्मी को गलती का अहसास हुआ। केंद्र पर मौजूद स्वास्थ्य अमले ने उन्हें जिला अस्पताल ले जाने के लिए कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
डॉक्टर ने 24 घंटे ऑब्जरवेशन में भी नहीं रखा, तत्काल छुट्टी कर दी है
भयभीत परिजन सया बाई को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे और चिकित्सक से परीक्षण कराया गया। हालत ठीक होने के कारण उन्हें भर्ती न करते हुए चिकित्सक ने घर ले जाने और निगरानी रखने की सलाह दी है।
कोरोना वैक्सीन के डबल डोज से कोई दिक्कत नहीं है: डॉ. अरविंद भट्ट (टीकाकरण अधिकारी)
इस मामले में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अरविंद भट्ट ने बताया कि भोपाल स्तर पर इस संबंध में चर्चा की गई है। वैक्सीन का अधिक डोज लगने से कोई बड़ी समस्या नहीं होती है।
इस मामले में भी जनता की गलती
डॉ. भट्ट का कहना है कि लोगों को भी इस संबंध में जागरूक होना होगा। यदि एक टीका लगा दिया गया है तो तत्काल ही दूसरा लगाए जाने से रोका जाना चाहिए।