भोपाल। मध्य प्रदेश शासन के खनिज विभाग के चेयरमैन (मंत्री दर्जा) एवं कांग्रेस पार्टी के विधायक प्रदीप जायसवाल अपने जिले के कलेक्टर पर भड़क पड़े। वह पत्रकारों को लेकर कोविड-19 केयर सेंटर पहुंचे और बताया कि पिछले 12 दिनों से या सेंटर बंद कर तैयार है परंतु चालू नहीं किया जा रहा। कोई जवाब देने के लिए तैयार नहीं है।
विधानसभा क्षेत्र वारासिवनी, जिला बालाघाट से विधायक प्रदीप जायसवाल ने बताया कि पिछले 12 दिनों से यहां पर सभी व्यवस्थाएं पूरी हो चुकी है। सुरभि सेंटर को चालू नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम जनता को जवाब नहीं दे पा रहे हैं। कलेक्टर और नेताओं का पूरा समय सिर्फ मीटिंग में बीत रहा है। किसी भी डॉक्टर पर किसी का कोई अंकुश नहीं है।
डॉक्टर किस का इलाज कर रहे हैं और किसका नहीं कर रहे हैं कोई पूछने वाला नहीं है। कलेक्टर व्यवस्था नहीं कर रहे सिर्फ दौरे कर रहे हैं। वारासिवनी का हॉस्पिटल खोल नहीं पाए और कटंगी जा रहे हैं। एक भी काम पूरा नहीं हो रहा है। प्रशासन की सारी कार्रवाई या सिर्फ दिखाने के लिए हो रही है। जनता की किसी को चिंता नहीं है।
हंगामे के बाद निर्माणाधीन कोविड सेंटर के लिए मीटिंग हुई
मजेदार बात यह है कि कांग्रेस विधायक ने सिर्फ मीटिंग करने का आरोप लगाया था और इस आरोप भी लगने के बाद एक बार फिर मीटिंग का आयोजन किया गया। प्रदीप जायसवाल ने बताया कि अम्बेडकर भवन में बन रहे कोविड सेंटर का आज जिले के प्रशासनिक अधिकारियों एवं क्षेत्र के समाजसेवियों के साथ पुनः निरीक्षण किया व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक भी की। संपूर्ण व्यवस्था हो जाने के बाद प्रशासन द्वारा जल्द ही कोविड सेंटर को प्रांरभ करने हेतु आश्वस्त किया गया है। (कुल मिलाकर तमाम शोर-शराबे के बावजूद कोई लास्ट डेट नहीं मिली, शायद कांग्रेस विधायक इस बात से खुश हैं कि उनकी कलेक्टर के साथ मीटिंग हो गई है।)