भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोनावायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के तमाम प्रयास नाकाम होते नजर आ रहे हैं। सोमवार को भोपाल का पॉजिटिविटी रेट 28% था और मंगलवार को 25% कुल मिलाकर जांच के लिए आने वाला हर चौथा व्यक्ति कोरोनावायरस से संक्रमित पाया जा रहा है। यानी पूरा भोपाल महामारी की चपेट में आ चुका है।
मौत के आंकड़ों को लेकर अभी भी कन्फ्यूजन की स्थिति
मंगलवार शाम को जारी सरकारी रिपोर्ट में भोपाल शहर में 4 मरीजों की मौत बताई गई है जबकि एबीपी न्यूज़ के पत्रकार बृजेश राजपूत ने दावा किया है कि भोपाल के भदभदा विश्राम घाट पर कुल 47 शवों का अंतिम संस्कार किया गया जिनमें से 14 बाहर के थे और 33 भोपाल के। दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान चिरायु अस्पताल के एमडी अजय गोयंका का बयान है कि प्रतिदिन औसत 15 मौतें उनके अस्पताल में और 15 हमीदिया अस्पताल में होती है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि भोपाल के सभी अस्पताल और सभी श्मशान घाटों के आंकड़े किसी भी गैर सरकारी रिपोर्ट में एकत्रित नहीं किए जा रहे हैं।
कितने इंजेक्शन और कितनी ऑक्सीजन, भोपाल कलेक्टर ने नहीं बताया
PRO JS Bhopal द्वारा बताया गया कि कलेक्टर भोपाल श्री अविनाश लवानिया ने भोपाल जिले में रेमडीसेवर इंजेक्शन के उपयोग को लेकर सख्त निर्देश दिया है लेकिन यह नहीं बताया गया कि 5903 एक्टिव केस के लिए कितने इंजेक्शन और कितनी ऑक्सीजन भोपाल में उपलब्ध है। यह भी नहीं बताया गया कि यदि सरकारी अस्पताल में बिस्तर खाली होने के बावजूद डॉ भर्ती करने से मना कर दे तो तत्काल राहत के लिए क्या करें।