भोपाल। वरिष्ठ पत्रकार श्री आनंद पंवार की खबर का असर हुआ है। सरकारी रिपोर्ट में अब कोरोनावायरस के संक्रमण से मरने वाले उन लोगों की जानकारी भी दर्ज होगी जो सरकारी अस्पताल में भर्ती नहीं थे। श्री आनंद पंवार की खबर को भोपाल समाचार डॉट कॉम ने लिफ्ट कराया था एवं मामले को निराकरण तक ले जाने की बात की थी। पढ़िए (अस्पताल के बाहर 96 कोरोना पीड़ितों की दर्दनाक मौत)।
BHOPAL CMHO को डेथ ऑडिट करने के निर्देश
खबर का असर हुआ और प्रशासन ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया है कि वह श्मशान घाट एवं कब्रिस्तान के आंकड़ों का भी ऑडिट करेंगे। इससे सही स्थिति का पता चल पाएगा। अब तक सरकारी रिपोर्ट में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या बताई जाती थी परंतु यह संख्या केवल सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों की मौत पर आधारित थी। सरकारी आंकड़ों में छह लोगों की मौत बताई जा रही थी जबकि श्मशान घाट और कब्रिस्तान में 120 लोगों का अंतिम संस्कार हुआ था।
CMHO हर बार खबर का खंडन कर देते थे
यह पहली बार नहीं है जब भोपाल में सरकारी आंकड़ों और वास्तविक स्थिति के बीच अंतर स्पष्ट करती हुई खबरें प्रकाशित हुई है। हर बार पत्रकार दावा करते थे और सीएमएचओ खबर का खंडन कर देते थे। भोपाल समाचार डॉट कॉम ने इस मामले को बदल कर प्रस्तुत किया। यह बताया कि सरकार की पहुंच के बाहर लोगों की मौत हो रही है। सरकार केवल अस्पतालों से प्राप्त होने वाली जानकारी के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर रही है। जो वास्तविक स्थिति से अलग है।