भोपाल। जैसे ही हमीदिया अस्पताल के स्टोर से गायब हुए 863 रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में यह स्पष्ट हुआ कि, प्रकरण चोरी का नहीं बल्कि घोटाले का है तो सरकार ने अपनी तरफ से कार्रवाई करते हुए डॉ आर डी चौरसिया को हमीदिया अस्पताल अधीक्षक के पद से हटा दिया है। हालांकि है कोई दंड नहीं है लेकिन अपमानजनक जरूर है।
डाॅ. चौरसिया और मंत्री विश्वास सारंग के बीच शुरू से ही तनाव था
छाती एवं श्वांस रोग विभाग के हेड डाॅ. लोकेंद्र दवे को कमान सौंपी गई है। सूत्रों ने बताया, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने अस्पताल के सेंट्रल ड्रग स्टोर से रेमडेसिविर चोरी होने के बाद वहां का निरीक्षण किया था। इसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि अधीक्षक डॉ. चौरसिया को हटाया जा सकता है। सरकार ने भोपाल के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में ये इंजेक्शन गंभीर मरीजों के इलाज के लिए भेजे थे। इंजेक्शन गायब होने की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। दरअसल, इससे पहले भी मंत्री सारंग ने अस्पताल का निरीक्षण किया था, तब भी कई कमियां मिली थीं।
मंत्री विश्वास सारंग चाहते थे डॉ अरुण कुमार के साथ ही चौरसिया को भी हटा दें
सूत्रों का कहना है कि डाॅ. चौरसिया से मंत्री सारंग नाराज चल रहे हैं। एक सप्ताह पहले जब हमीदिया कॉलेज के डीन डाॅ. अरुणा कुमार को हटाया गया था, तब उन्हें भी हटाया जा रहा था, लेकिन कोरोना संक्रमण के हालातों को देखते हुए यह आदेश रोक दिया गया था। इस संबंध में जब मंत्री सारंग से बात की, तो उन्होंने डाॅ. चौरसिया को हटाए जाने की पुष्टि की है। हालांकि अभी आदेश जारी नहीं हुआ है।