भोपाल। आपदा प्रबंधन (NRFDC) से जुड़े सूबेदार लालजी शुक्ला बेहद दुखी है। वह इसलिए दुखी हैं क्योंकि उनके रिश्तेदार की मौत बीमारी के कारण नहीं बल्कि ऑक्सीजन उपलब्ध ना हो पाने के कारण हुई है। उनकी बहन के ससुर पीपुल्स अस्पताल में भर्ती थे। सूबेदार शुक्ला ने 3 दिन तक डॉक्टरों के हाथ जोड़े, एक-एक अस्पताल में निवेदन किया अंत में मंत्री विश्वास सारंग के सामने भी झोली फैला दी लेकिन कोई मदद नहीं मिली। आपदा के समय लोगों की जान बचाने वाले सूबेदार शुक्ला अपने रिश्तेदार को एक सिलेंडर ऑक्सीजन नहीं दिला पाए।
लालजी शुक्ला ने बताया, उनकी बहन के ससुर रमाकांत तिवारी की 16 अप्रैल को आरटीपीसीआर सैंपलिंग हुई है। रिपोर्ट आना बाकी है। तीन दिन से पीपुल्स हॉस्पिटल में एडमिट तिवारी की रविवार को मौत हो गई। तिवारी को ऑक्सीजन लगाने के लिए पिछले दो दिन से आश्वासन पर रखा गया था, लेकिन उपलब्ध नहीं कराई गई।
शुक्ला ने बताया, रिश्तेदार को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने के लिए उन्होंने सरकार द्वारा जारी कोविड अस्पतालों की सूची में से हर जगह कॉल किया, लेकिन आधे से ज्यादा अस्पतालों के नंबर बंद हैं। जो नंबर चालू हैं, वहां फोन रिसीव नहीं किया गया। यही नहीं, चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग को भी कॉल किया, लेकिन आश्वासन ही मिला। कई अस्पतालों के प्रबंधकों के आगे हाथ भी जोड़े, लेकिन नतीजा सिफर रहा।