भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना कर्फ्यू के बीच किराना सामान का होम डिलीवरी सिस्टम फैल हो गया है। किराना सामान की ऑनलाइन डिलीवरी कर रहे 14 दुकानदारों के पास पिछले दस दिन में औसतन दस हजार कॉल पहुंचे हैं।
दुकानदार एक दिन में अधिकतम 5000 से 6000 लोगों को ही डिलीवरी करने में सक्षम हैं। ऐसे में रोजाना पांच से छह हजार लोगों के ऑर्डर पेंडिंग रह जा रहे हैं। नतीजा इन स्टोर्स ने या तो नए ऑर्डर लेने से मना करना शुरू कर दिया है या लोगों को चार दिन से लेकर एक सप्ताह तक इंतजार करने को कहा जा रहा है। कस्तूरबा नगर के आरके कुलश्रेष्ठ ने बताया कि उन्होंने बिग बास्केट में एप से किराना बुक किया तो उन्होंने क्षमता से अधिक ऑर्डर आने का हवाला देकर डिलीवरी करने से इनकार कर दिया।
शिवाजी नगर निवासी वायएस चौहान ने बताया कि उन्होंने 19 अप्रैल को बिग बास्केट में किराने का सामान बुक किया तो उन्हें 22 अप्रैल को डिलेवरी का समय दिया गया है। इसी तरह ऑन डोर में मंगलवार 20 अप्रैल को किराना बुक करने पर 28 अप्रैल को डिलीवरी करने का मैसेज आ रहा है। केवल तीन दिन हो रही होम डिलीवरी-कर्फ्यू के दौरान पहले रोजाना होम डिलीवरी की छूट थी, अब इसे तीन दिन कर दिया गया है। कहा तो यह जा रहा है कि सभी किराना दुकानदार होम डिलीवरी कर सकते हैं, लेकिन शहर में बमुश्किल डेढ़ दर्जन ऐसे बड़े स्टोर्स या चेन हैं जिनके पास होम डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध है।
पिछले साल टोटल लॉकडाउन के दौरान होम डिलीवरी पर जिला प्रशासन का पूरा नियंत्रण था। उस समय खाद्य विभाग और प्रशासन के अधिकारी हर स्टोर पर आने वाले ऑर्डर की संख्या और उनके सामान की समीक्षा करके यह तय करते थे कि किसे जल्दी भिजवाना है? उन्होंने कई लोगों के ऑर्डर से गैर जरूरी सामान कटवाए भी थे। लेकिन इस बार ऐसा कोई सिस्टम नहीं बना है।
तीन दिन में यदि डिलीवरी नहीं हो पा रही है तो हम डिलीवरी की अनुमति पांच दिन तक बढ़ाने की अनुमति देने पर विचार करेंगे। किराना दुकानें खोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।- अविनाश लवानिया, कलेक्टर, भोपाल